रेलवे कर्मचारियों की संस्थाओं के मान्यता चुनाव की शुरुआत आज (बुधवार) से हुई। चुनाव के लिए वोटिंग 6 दिसंबर तक होगी। रतलाम रेल मंडल में करीब 25 बूथ बनाए गए हैं, जिनमें रतलाम, उज्जैन व इंदौर में शामिल हैं। सुबह से शुरू हुई वोटिंग शाम को खत्म हुई। पहले दिन रेलवे कर्मचारियों ने उत्साह के साथ वोट डाले। पांच साल बाद रेलवे कर्मचारी संगठनों की मान्यता के लिए चुनाव होते हैं, लेकिन इस बार 11 साल बाद चुनाव हो रहे हैं। रतलाम रेलवे स्टेशन, रेलवे स्कूल व घटला कॉलोनी क्षेत्र में बूथ केंद्र बनाए गए हैं। सीक्रेट बैलेट के माध्यम से कर्मचारी वोटिंग कर रहे हैं। सुरक्षा के लिए बूथ सेंटरों पर आरपीएफ के जवान तैनात हैं। बूथ केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर पर्ची काउंटर बनाए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग रेल कर्मचारी संगठनों के काउंटर बने हुए हैं। वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ मंडल मंत्री अभिलाष नागर, अध्यक्ष प्रताप गिरी व वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन मंडल मंत्री मनोहर बारठ व अध्यक्ष नरेंद्र सोलंकी ने घूमकर व्यवस्थाओं को देखा। 6 तक होगी वोटिंग वोटिंग तीन दिन चलेगी। 5 दिसंबर को नियमित कर्मचारी वोटिंग करेंगे। 6 दिसंबर को रनिंग स्टाफ वोटिंग करेगा। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। 13 हजार से अधिक वोटर रतलाम रेल मंडल में इस बार 13022 रेलवे कर्मचारी मतदाता हैं। वोटिंग के लिए मंडल में 27 मतदान केंद्र बनाए हैं। इसमें एक दिल्ली और अजमेर में भी है, क्योंकि मंडल के कर्मचारी वहां डेप्यूटेशन पर पोस्टेड हैं। इनके बीच मुख्य मुकाबला इस बार मुख्य मुकाबला वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ एवं वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के बीच है। पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद भी जोर लगा रही है। परिषद का जोर मंडल मुख्यालय के रतलाम, उज्जैन और इंदौर स्टेशन की वोटिंग में रहेगा। दोनों संगठनों का दावा वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ मंडल मंत्री अभिलाष नागर ने बताया 2013 में चुनाव हुए थे। 11 साल बाद रेल ट्रेड यूनियनों की मान्यता के लिए चुनाव हो रहे हैं। पूरी उम्मीद है कि वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन बाजी मारेगा। वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल मंत्री मनोहर बारठ ने बताया- यूनियन के सभी साथी जोश के साथ लगे हुए हैं। 12 को परिणाम आएगा। ढाई माह में जितनी मेहनत की, उसके अच्छे परिणाम आएंगे।