भोपाल के छोला मंदिर इलाके में किराए का कमरा लेकर रहने वाले ऑटो चालक के अपहरण का मामला सामने आया है। सोमवार को उसके दोस्त ने मिलने के बहाने उसे एमपी नगर बुलाया था। इसके बाद से ही युवक लापता हो गया था। मंगलवार सुबह करीब 8:30 बजे युवक की बहन को अवधेश नाम के युवक का कॉल आया। उसने बहन से कहा कि आपका भाई मेरे कब्जे में है। एक लाख रुपए दे दो, नहीं तो इसकी हत्या कर देंगे। इसके बाद दोपहर करीब 3 बजे एक अन्य कॉल आया। इस कॉल करने वाले ने भी रकम की मांग। जिसके बाद युवती ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। देर रात पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। कॉल करने वाले दोनों नंबरों की लोकेशन अलग-अलग जिलों में मिली है। टीआई सुरेशचंद्र नागर ने बताया कि, संदीप प्रजापती पुत्र सूरज प्रजापती (22) मूल रूप से विदिशा का रहने वाला है। फिलहाल परिवार के साथ छोला मंदिर इलाके में रह रहा है। सोमवार को उसके दोस्त अवधेश ने मिलने के लिए एमपी नगर बुलाया था। इसके बाद से ही वह लापता हो गया था। मंगलवार की सुबह 8:30 बजे उसकी बहन वंदना के नंबर पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने स्वयं को अवधेश बताया। एक लाख रुपए की मांग की। संदीप को अपने कब्जे में बताया, रकम नहीं देने की हालत में भाई की हत्या की धमकी दी गई। दोपहर के समय उसके मोबाइल पर दोबारा कॉल आया, इस बार दूसरे नंबर से कॉल किया गया था। फिर वही धमकी दी गई। शाम को परिजन थाने आए, उनकी सुनवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की गई। जिन नंबरों से कॉल किए गए, एक की लोकेशन नागपुर दूसरे की मुरैना में ट्रेस की गई है। आरक्षक के नाम पर रजिस्टर्ड है सिम मुरैना के जिस नंबर से वंदना को धमकाया गया है, वह ग्वालियर के जनकगंज थाने में पदस्थ एक आरक्षक के नाम रजिस्टर्ड है। हालांकि आरक्षक से जब पुलिस ने संपर्क किया तो उसने बताया कि उक्त नंबर वह दो साल पहले ही बंद कर चुका है। कंपनी की ओर से सिम किसी अन्य को अलॉट की गई होगी, लेकिन डॉक्यूमेंट अपडेट नहीं किए गए हैं।