भोपाल में पत्नी और साली का मर्डर करने का आरोपी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) अपने बिगड़ चुके रिश्ते को लेकर सुलह की कोशिश में था। परिवार वाले भी ASI और उसकी पत्नी के बीच काउंसिलिंग का प्रयास कर रहे थे। परिजन ने पुलिस को बताया- योगेश मरावी और पत्नी विनीता मरावी के बीच 3 साल से मनमुटाव चल रहा था। दिवाली के बाद हालात इतने ज्यादा बिगड़ गए कि योगेश ने विनीता को तलाक देने का फैसला कर लिया था। 3 दिसंबर को दोपहर तक तलाक के पेपर तैयार किए जाने थे लेकिन इसी दिन सुबह करीब 11 बजे योगेश ने पत्नी और साली मेघा उइके की हत्या कर दी। परिवार से ही पता चला है कि महीनेभर पहले सुलह करने के लिए योगेश मंडला से भोपाल पत्नी के फ्लैट पर आया था। साली मेघा उइके ने डायल 100 पर कॉल कर पुलिस बुला ली थी। 8 साल पहले शादी, 3 साल से मनमुटाव
मंगलवार दोपहर करीब 11 बजे योगेश घरेलू काम करने आई मेड को धक्का देकर साली मेघा के फ्लैट में घुस गया। उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। फिर पत्नी-साली पर चाकू से वार किए। मेड अंदर से आ रही बचाओ-बचाओ की आवाज सुनकर पड़ोसियों के पास भागी। मदद नहीं मिली तो पुलिस को फोन लगाया। तहकीकात के दौरान परिजन ने पुलिस को बताया, ‘दोनों की शादी 8 साल पहले हुई थी। बच्चे नहीं हैं। योगेश, विनीता को घर ले जाना चाहता था लेकिन मेघा अपनी बहन को उससे बात नहीं करने देती थी। इसी वजह से योगेश की असल नाराजगी अपनी साली मेघा से ज्यादा थी।’ मेघा, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग में वित्त लेखाधिकारी थी। योगेश की उससे नाराजगी पर पुलिस ने कहा, ‘जांच चल रही है। हमारे सामने फिलहाल ऐसा पॉइंट नहीं आया है।’ मंडला से कार लेकर आया था योगेश
विनीता मरावी (35), बहन मेघा उइके (30) के साथ भोपाल के ऐशबाग इलाके में रहती थी। योगेश मंडला जिले में तैनात है। वहीं रहता था। पुलिस ने मंगलवार देर शाम उसे मंडला से ही पकड़ा। भोपाल पुलिस की तीन टीमें आरोपी को सर्च कर रही थीं। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे से क्लू मिला कि योगेश कार नंबर CG04 HS 1052 से ड्राइवर को लेकर भोपाल आया था। पत्नी के फ्लैट के पास ही कार खड़ी की थी। कार और आरोपी की फोटो भोपाल पुलिस ने नजदीकी जिलों में भेजी। मंडला के थाना नैनपुर की चौकी पिंडरई के स्टाफ ने कार को रुकवाकर योगेश और ड्राइवर को पकड़ लिया गया। वारदात की कहानी, मेड की जुबानी
मेघा उइके के फ्लैट में घरेलू काम करने वाली मेड सेवंती ने बताया, ‘सुबह 10.30 बजे मेघा मैडम के घर पर काम करने पहुंची थी। मैंने खटखटाया तो विनीता दीदी ने दरवाजा खोला। इतने में योगेश मुझे धक्का देकर घर के अंदर घुस गया। मुझे अंदर नहीं आने दिया। मैं घर के बाहर खड़ी थी। अंदर से बचाओ-बचाओ की आवाज आने लगी। मैंने सामने वाले फ्लैट का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। थोड़ी देर बाद योगेश अंदर से निकला और दरवाजे के गेट पर लगे ताले में चाबी डालकर चला गया। जब मैंने दरवाजा खोलकर अंदर देखा तो दोनों मैडम कमरे के फर्श पर पड़ी हुई थीं। इसकी जानकारी पुलिस को दी। फिर मेघा मैडम के परिवार को फोन पर जानकारी दी।’ डिप्रेशन-गुस्से को नजरअंदाज न करें
योगेश ने किन परिस्थितियों में पत्नी और साली का मर्डर किया, इस पर हमने साइकेट्रिस्ट एंड साइकोलॉजिकल एनालिस्ट डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी से बात की। उन्होंने कहा, ‘परिवार हमारे समाज की नींव है, जहां प्रेम, विश्वास और सहानुभूति की दीवारें खड़ी होती हैं। जब परिवार के भीतर संघर्ष, तनाव और संवादहीनता जगह लेती है तो यह कभी-कभी अपराध का रूप ले लेता है।’ उन्होंने बताया कि अपनी भावनाओं और समस्याओं को व्यक्त न कर पाना अक्सर गलतफहमियों और गुस्से का रूप ले लेता है। रिश्तों में असुरक्षा, ईर्ष्या और तुलना पारिवारिक माहौल को जहरीला बना देती है। अक्सर मानसिक तनाव, डिप्रेशन और गुस्से को नजरअंदाज कर दिया जाता है, जो हिंसा का कारण बन सकते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए परिवार के भीतर खुलकर बातचीत को प्राथमिकता देना जरूरी है। एक-दूसरे को सुनने और समझने की आदत डालनी चाहिए। रिश्तों में सहानुभूति और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान परिवार को मजबूत बनाता है। किसी भी सदस्य में मानसिक तनाव के संकेत दिखें तो उसे नजरअंदाज न करें। जरूरत पड़े तो मनोचिकित्सक की मदद लें। परिवार को एक मंदिर बनाए रखना हमारे व्यवहार पर निर्भर करता है। जहां प्रेम और संवाद होगा, वहां अपराध की जगह नहीं होगी। मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… भोपाल में ASI ने किया पत्नी-साली का मर्डर भोपाल के ऐशबाग इलाके में एएसआई ने पत्नी और साली की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। वह घर के काम करने आई मेड को धक्का देकर अंदर घुसा और दोनों पर वार किए। फिर मौके से फरार हो गया। घरेलू काम करने वाली बाई ने पुलिस को सूचना दी। पढ़ें पूरी खबर…