छतरपुर के रहने वाले एक युवक की बुधवार को जहरीला पदार्थ खाने से इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। वह मंगलवार को पत्नी को लेने उत्तर प्रदेश अपनी ससुराल गया था। यहां विवाद के बाद पत्नी ने साथ चलने से मना किया था। जहरीला पदार्थ खाने के बाद ससुरालवाले उसे इलाज के लिए झांसी अस्पताल लेकर पहुंचे। तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। कमलेश पिता कड़ोरी अहिरवार निवासी गौरगांय गांव ओरछा है। छतरपुर में मजदूरी का काम करता था। डेढ़ साल पहले उसकी उत्तर प्रदेश के बेलाताल चिपका बिहार गांव में प्रभा अहिरवार से शादी हुई थी। उसका 3 महीने का बेटा है। 15 दिन पहले पत्नी मायके गई थी। कमलेश मंगलवार दोपहर उसे लेने ससुराल गया था। शाम को पत्नी और ससुरालवालों से किसी बात को लेकर बहस हो गई। पत्नी ने साथ आने से मना कर दिया। गुस्से में कमलेश ने जहरीला पदार्थ खा लिया। ससुरालवाले उसे झांसी ले गए। बुधवार अलसुबह तबीयत बिगड़ने पर उसे छतरपुर के प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बुधवार सुबह करीब 10बजे उसने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतक के साले महेश ने बताया कि शाम को जीजा ने कुछ खा लिया था। वे बहन प्रभाव और बेटे बाबू को बुला रहे थे। बहन ने पानी पिलाया तो वे उल्टियां करने लगे। उन्हें इलाज के लिए झांसी ले गए। डॉक्टर ने मना किया तो छतरपुर के प्राइवेट अस्पताल लेकर आए, जहां से डॉक्टर ने जिला अस्पताल में भेज दिया। भगवान दास ने बताया कि भाई पढ़ा लिखा था। ऐसी गलती नहीं कर सकता था। उसके साथ कुछ गलत हुआ होगा, तब उसने ऐसा किया होगा, इसकी जांच होना चाहिए। डॉ. रोशन द्विवेदी ने बताया कि मृत अवस्था में एक युवक को जिला अस्पताल लाया गया था।