आरिफ मसूद बोले-शरीयत को बचाने एकजुट हों पार्टियां, VIDEO:बीजेपी ने कहा-कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष नहीं, इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहती

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कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का एक वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। वीडियो में मसूद कह रहे हैं कि शरीयत को बचाने के लिए तमाम राजनैतिक दलों को एक होना चाहिए। कांग्रेस विधायक के बयान पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार किया हैं। ये वीडियो कब और कहा का है, फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
वीडियो में मसूद ने क्या कहा- मैं मप्र असेंबली का मेंबर हूं, मैं उन लीडर से मुखातिब हूं जो ये सोच रहे हैं कि अपनी पार्टी के अंदर अपने नेता के खिलाफ कैसे जाएंगे? तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि, आप नेता के खिलाफ नहीं जाना चाहते तो क्या शरीयत के खिलाफ जाना चाहते हैं? आपको फैसला लेना होगा। भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस एमएलए आरिफ मसूद ने आगे कहा- मप्र में एनआरसी का मौका आया, रात में जैसे ही ऐलान हुआ कि हिन्दुस्तान में एनआरसी लागू होगी। उस वक्त 15 महीने की हमारी कांग्रेस की सरकार थी। मैंने उसी वक्त ये ऐलान कर दिया था कि मुख्यमंत्री जी दो घंटे हो गए, आपका जवाब नहीं आया। अगर आपने एमपी में एनआरसी लागू की और आपका जवाब नहीं आया तो ये आरिफ मसूद आपकी पार्टी का मेंबर नहीं रहेगा। इस असेंबली का मैंबर नहीं रहेगा। मैं उन पार्टियों से कहना चाहता हूं चाहे आंध्रप्रदेश की हो या बिहार की हो कि उठो और खडे़ हो…और शरीयत बचाने के लिए फैसला लो। इस्लामिक राष्ट्र चाहती है कांग्रेस
आशीष अग्रवाल ने मसूद का वीडियो एक्स पर शेयर करते हुए लिखा- धर्मनिरपेक्ष देश नहीं, इस्लामिक राष्ट्र चाहती है कांग्रेस। जीतू पटवारी के कांग्रेसियों की हिंदुओं के प्रति नफरत इस हद तक पहुंच गई है कि अब संविधान को ताक पर रखकर खुलेआम कांग्रेसी नेता आरिफ मसूद जनता को बरगला रहे हैं, कानून को ताक पर रख मसूद सरकार और न्यायपालिका पर उंगली उठा रहे हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, वक्फ बोर्ड, शरिया कानून, शरिया अदालत की हितैषी कांग्रेस ऐसे ही जिहादियों,आतंकियों की जननी है। दलित और आदिवासियों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देने का सपना देखने वाली कांग्रेस आई तो संविधान सिर्फ नाम मात्र का रहेगा, असली कार्य शरिया लॉ के अनुसार ही होगा। यह बात जनता समझ गई है इसलिए मध्यप्रदेश से कांग्रेस को गायब और 3 राज्यों तक समेट दिया है। फिर भी तुष्टिकरण का ताबीज पहनने वाली कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा है। लगता है कांग्रेस अपने ताबूत में आखिरी कील ठुकवा कर ही मानेगी।