हाथी वापस छत्तीसगढ़ के जंगल लौटे:प्रशासन ने 62 किसानों को जारी की मुआवजा राशि, शिकार बांधने के बाद भी नहीं आया टाइगर

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डिंडौरी में पिछले 15 दिनों से पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के गांवों में छत्तीसगढ़ के जंगल से आए हाथियों के दल ने जम कर उत्पात मचाया है। ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया। फसलें खाई, इसके बाद दो टाइगर ने भी अपनी आमद दर्ज कराई है। वन विभाग ने टाइगर को पकड़ने के लिए कान्हा नेशनल पार्क से टीम और पिंजरा भी बुलवाया। टाइगर को पकड़ने के लिए पहले टाइगर ने जिस मवेशी का शिकार किया था। उसका शव पिंजरे में रखा है। दूसरे दिन पिंजरे के अंदर बकरा बांधा गया। लेकिन टाइगर पिंजरे के अंदर नहीं आया। इधर, वन विभाग के प्रतिवेदन पर राजस्व विभाग ने 62 ग्रामीणों के फसल और मकान के मुआवजे की राशि जारी कर दी है। वन विभाग के एसडीओ एस के जाटव ने बताया कि हाथियों का दल अभी तो चौरा दादर वन ग्राम के रास्ते छत्तीसगढ़ के जंगलों में वापस चला गया है। बोयरहा गांव टाइगर को पकड़ने के लिए कान्हा नेशनल पार्क से टीम पिंजरे के साथ आई थी। कल शाम (शुक्रवार) को पिंजरे के अंदर बकरा भी बांधा गया था। लेकिन टाइगर शिकार करने ही नहीं आया। फिलहाल टीम अभी इंतजार कर रही है। राजस्व विभाग ने जारी की ग्रामीणों की लिस्ट करंजिया नायब तहसीलदार भीम सेन पटेल ने बताया कि पंडरी पानी, दो मोहानी, चकमी, सहजना, उधौर, ठाड़ पथरा, चकरार गांव के लगभग 62 ग्रामीणों की फसल और मकान के नुकसान की भरपाई के लिए 3 लाख 27 हजार रुपए की मुआवजा राशि उनके खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है। 8 से 9 प्रकरण अभी शेष बचे हैं। उनको भी जल्दी ही मुआवजा की राशि खातों में ट्रांसफर की जाएगी। तहसीलदार ने 46 ग्रामीणों की लिस्ट जारी तहसीलदार की जारी लिस्ट के अनुसार पंडरी पानी गांव से पड़ा, राम प्रसाद, चैन सिंह, सुखन बाई, नचगार, मोहतू सिंह, संदीप, दो मोहानी गांव से सोन सिंह ढ़िमरा, बृजलाल, रेतू और फूल सिंह हैं। चकमी गांव से कृष्णा, दिल्पी, जगमोहन, सहजना गांव से गेंद सिंह, श्याम सिंह, रैमन, जय लाल, उधौर से महेश, शिवचरण, राजकुमार सिंह, जय सिंह, बोयरहा गांव से बुल्ला, कार्तिक सिंह, राम कुमार, मिठ्ठू सिंह, रामदयाल, ज्ञान सिंह, संत सिंह, सोनवती बाई हैं।