सिवनी के पेंच नेशनल पार्क में शनिवार सुबह सफारी के दौरान पाठदेव बाघिन चहलकदमी करते नजर आई। उसे देख पर्यटक रोमांचित हो गए। इस नजारे को पर्यावरणविद् इमरान खान ने कैमरे में कैद कर लिया। पेंच टाइगर रिजर्व को द जंगल बुक के प्रमुख किरदार मोगली के नाम से जाना जाता है। जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। जहां बाघ सहित कई वन्य प्राणी देखने को मिल जाते हैं। 1,179 किमी में फैला पेंच जंगल रुडयार्ड किपलिंग की ‘द जंगल बुक’ का मुख्य पात्र भेड़िया बालक ‘मोगली’ का घर पेंच टाइगर रिजर्व को माना जाता है। ‘मोगली’ के घर को देखने की ख्वाइश लेकर देश व दुनिया से लोग पेंच राष्ट्रीय उद्यान पहुंचते हैं। पेंच टाइगर रिजर्व का 1179 वर्ग किमी क्षेत्रफल सिवनी व छिंदवाड़ा जिले में पेंच नदी के बीच फैला है। इसका 411 वर्ग किमी क्षेत्र संरक्षित क्षेत्र (कोर एरिया) है। पेंच में कई वन्यप्राणी पेंच और उससे लगे जंगल में गणना अनुसार 123 बाघों का रहवास है। वर्ष 2006 में इनकी संख्या मात्र 35 रह गई थी। बाघों के संरक्षण पर फैलाई गई जागरूकता, बेहतर प्रबंधन व सुरक्षा का नतीजा है कि बाघों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जंगल में 1010 प्रजाति के पेड़ पौधे, वनस्पति व घास मिलती है। जंगल के बीच में बहने वाली नदी पेंच पार्क को दो हिस्सों में बांटती है। नदी में मछलियों की 50 प्रजातियां पाई जाती हैं। जबकि पक्षियों की 325 प्रजातियां, स्तनधारियों की 57. सरीसृप की 37, तितलियों की 100 और 13 प्रजाति के उभयचर वन्यप्राणियों की मौजूदगी जंगल में मिलती है।