दमोह में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या में पथरिया से पूर्व विधायक रामबाई सिंह परिहार के पति गोविंद सिंह, देवर कौशलेंद्र सिंह समेत 25 लोगों को उम्रकैद सुनाई गई है। फैसला शनिवार को हटा अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार कौशिक की कोर्ट ने सुनाया। मामले में 27 आरोपी बनाए गए थे। इनमें से एक आरोपी को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। वहीं, अन्य आरोपी फरार होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। सुनवाई के दौरान कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। मार्ग से ट्रैफिक भी रोक दिया गया था। 15 मार्च 2019 को हुई थी हत्या 15 मार्च 2019 को कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की पीट-पीटकर हत्या की गई थी। मामले में देवेंद्र के भाई महेश चौरसिया की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 27 लोगों पर आईपीसी की धारा 302, 149, 323, 294, 307, 147, 148, 149, 506 के तहत मामला दर्ज किया था। इनको मिली सजा, एक आरोपी फरार गोविंद सिंह परिहार (पूर्व विधायक रामबाई का पति), कौशलेंद्र सिंह परिहार (रामबाई का देवर), गोलू ठाकुर (भतीजा), हटा जनपद अध्यक्ष इंद्रपाल पटेल (पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिव चरण पटेल का बेटा), राजा डॉन, बलवीर ठाकुर, अनीश खान, मोनू तंतुवाय, अनीश पठान, अमजद पठान, श्रीराम शर्मा, लोकेश पटेल, सोहेल पठान, शाहरुख खान, भान सिंह, आकाश परिहार, संदीप सिंह तोमर, खूबचंद उर्फ़ नन्ना, विक्रम सिंह, सुखेंद्र अठया, मजहर खान, किशन परिहार, सोहेल खान, फुकुलु परिहार, शैलेंद्र तोमर शामिल हैं। वहीं, आरोपी त्रिलोक सिंह फरार है। एक आरोपी विकास पटेल को दोष मुक्त करार दिया है। आरोपियों ने लाठी और रॉड से हमला किया था लोक अभियोजक उमेश सोनी ने बताया कि देवेंद्र के भाई महेश चौरसिया ने पुलिस को बताया था, ‘वह ठेकेदारी करते हैं। धोलिया खेड़ा गांव में उनका डामर का प्लांट है, जहां वह भाई देवेंद्र के साथ मिलकर काम देखते हैं। 15 मार्च 2019 की सुबह करीब 10:45 बजे भाई देवेंद्र, भतीजा सोमेश, परिजन अशोक चौरसिया और बेटा अनिमेष चौरसिया प्लांट खोलने गए थे। ऑफिस का दरवाजा खोल रहे थे, तभी काले रंग की कार, लाल रंग की जीप, सफेद रंग की कार और चार बाइक से कौशलेंद्र सिंह, गोविंद सिंह और अन्य आरोपी पहुंचे। सभी ने लाठी और लाेहे की रॉड से हमला कर दिया। भाई देवेंद्र को कौशलेंद्र उर्फ चंदू सिंह ने रॉड से मार दी। गोलू और श्री राम ने सोमेश को हाथ-पैरों और सीने में लाठी मारी। प्लांट के लोग दौड़े, तो आरोपी गाड़ियां लेकर भाग गए। घायलों को लेकर हटा अस्पताल पहुंचा। यहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां इलाज के दौरान देवेंद्र सिंह की मौत हो गई।