ग्वालियर पुलिस तीन दिन बीतने के बाद भी PHE के ठेकेदार विनय आनंद से पांच लाख रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हुए दोनों बदमाशों को अब तक नहीं पकड़ पाई है। घटना सोमवार दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच की है। घटना के बाद पुलिस की प्रारंभिक जांच में शहर में दिनदहाड़े हुई इस लूट के आरोपियों की लास्ट लोकेशन पुलिस को धौलपुर के आगे सैयां टोल पर मिली थी। टोल पर बदमाशों की आखिरी लोकेशन CCTV कैमरे में कैद हुई, हालांकि टोल पर लगे CCTV कैमरे में बाइक पर एक ही बदमाश बैठा दिखाई दिया। इस पर पुलिस के आला अधिकारी अंदाजा लगा रहे थे कि ठेकेदार से लूट के बाद लूटी गई नकदी से भरे बैग को लेकर एक बदमाश ग्वालियर से भागते समय बीच में उतर गया होगा। इसके बाद बस या ट्रेन के जरिए शहर से बाहर निकल गया। जबकि, उसका दूसरा साथी धौलपुर होते हुए आगरा-दिल्ली की ओर निकल गया। पुलिस को यह भी आशंका है कि बदमाश दिल्ली न जाते हुए आगरा में ही छिपा हुआ है। इसीलिए क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीमें आगरा में बदमाश की तलाश के लिए डेरा जमाए हुए हैं। दूसरी टीम दिल्ली में बदमाशों की तलाश के लिए दबिश दे रही है। ग्वालियर में हुई वारदात का तरीका 28 अक्टूबर को देवास में हुई लूट जैसा ही है। वहां भी सोमवार दोपहर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सामने वारदात को अंजाम दिया गया था। दोनों वारदात का तरीका बिहार के कटिहार गैंग जैसा है। इस गैंग का डेरा दिल्ली, हरियाणा और आगरा में रहता है। यही कारण है कि पुलिस की टीमें आगरा-दिल्ली में दबिश दे रही हैं। 90 मिनट बाद सैयां टोल पर CCTV में कैद हुआ बाइक सवार दोपहर 2.20 बजे सिटी सेंटर स्थित एसबीआई की रीजनल ब्रांच के सामने PHE ठेकेदार विनय आनंद से पांच लाख रुपए लूटने वाले बदमाश घटनास्थल पर ही CCTV में कैद हुए थे। वारदात के बाद मुरैना टोल पर भी वह CCTV कैमरे में दिख रहे हैं। वारदात के ठीक 90 मिनट बाद पल्सर बाइक पर सवार एक बदमाश 3.49 बजे सैयां टोल (धौलपुर राजस्थान) पर दिखा। मुरैना और सैयां टोल पर एक ही बदमाश हरियाणा के हिसार पासिंग पल्सर बाइक पर दिखा है। बदमाश ने चलती बाइक पर बदले थे कपड़े पुलिस ने जब शहर में कई जगह के CCTV खंगाले तो बदमाश वारदात के समय पीले रंग की टीशर्ट में दिखे थे, लेकिन पांच ही मिनट बाद जब वह दूसरे स्पॉट पर CCTV में कैद हुए तो उनकी टी-शर्ट बदल चुकी थी। इस पर पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने चलती बाइक पर कपड़े बदले हैं। पुलिस को आशंका- बैंक के अंदर से भी रैकी हुई लूट के बाद जांच कर रही पुलिस को यह भी पता लगा है कि वारदात में सिर्फ बाहर दिखने वाले ही बदमाश नहीं थे, बल्कि रैकी से लेकर सूचना देने वाले दो से तीन लोग और शामिल थे। बैंक के अंदर भी दो संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने चिह्नित किया है। फिलहाल पता लगाया जा रहा है कि ये दोनों व्यक्ति कौन हैं। पुलिस को देवास में हुई लूट से मिलता-जुलता तरीका मिला मध्यप्रदेश के देवास में 29 दिन पहले पोस्ट ऑफिस में कार्यरत श्याम सिंह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आए थे। रुपए निकालने के बाद उन्होंने दो बैग में अलग-अलग ₹12 लाख और 3 लाख रख लिए थे। 12 लाख रुपए वाला बैग श्याम ने कंधे पर रखा था, तभी बाइक सवार दो लोग आए और हाथ में रखा बैग लेकर फरार हो गए। श्याम ने बदमाशों का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन तब तक वे भाग गए। इस वारदात में भी लूट सोमवार के दिन हुई। वारदात एसबीआई के सामने हुई। पल्सर बाइक पर सवार दो बदमाशों ने बैग छीना। दोनों वारदात में लुटेरों का हुलिया भी मिल रहा है। क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीमों ने आगरा-दिल्ली में डेरा जमाया लुटेरों की तलाश में ग्वालियर की विश्वविद्यालय थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की आधा दर्जन टीमें ग्वालियर, मुरैना के अलावा आगरा-दिल्ली में डेरा जमाए हुए है। वही कटिहार गैंग की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।