मिठी गोबिंदराम पब्लिक स्कूल के द्वि-दिवसीय रजत जयंती वार्षिकोत्सव वसुधैव कुटुंबकम थीम पर बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य छात्रों में छिपी सह शैक्षिक प्रतिभाओं गायन, वादन, नृत्य, अभिनय,खेल आदि को उजागर करना रहा। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रांत संघचालक अशोक पांडे ने उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें परिवार, समाज और देश के प्रति उनकी जिम्मेदारियों के प्रति अवगत कराते हुए कहा कि अधिकार और कर्तव्य एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् वास्तव में भारतीय संस्कृति की ही अवधारणा है। इसका प्रादुर्भाव इस धरा से ही हुआ है और फिर ये सब जगह फैल गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथियों के रूप में पधारे विद्यालय के पूर्व छात्रों डॉ. मोहित दादलानी एवं विश्वजीत प्रताप सिंह ने भी इस अवसर पर सभागार को संबोधित किया। सिद्ध भाऊजी ने अपने आशीर्वचनों में छात्रों से मन लगाकर अध्ययन करने एवं सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी, ताकि वे इस प्रतियोगात्मक युग में अच्छे पदों पर पहुंच सकें तथा वे स्वयं को और अपने परिवार को एक अच्छी एवं आरामदायक ज़िंदगी प्रदान कर सकें। मुख्य अतिथि तथा विशेष अतिथियों का सिद्ध भाऊजी द्वारा संस्था की परंपरानुसार सिरोपा एवं श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया गया। इसके पश्चात रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। वसुधैव कुटुंबकम थीम के अन्तर्गत छात्रों ने विभिन्न महाद्वीपों की संस्कृतियों को एक ही मंच पर प्रस्तुत करके समाज को यह संदेश दिया कि देश चाहे अलग-अलग हो पर हम सभी एक ही वैश्विक परिवार का हिस्सा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में छात्रों ने सूर्य नमस्कार, स्केटिंग, फुटबॉल, बास्केटबॉल, कराटे के विभिन्न कौशलों, आकृतियों व पिरामिड के माध्यम से शक्ति समन्वय व संतुलन का प्रदर्शन किया। सातों महाद्वीप की संस्कृति को छात्रों ने बड़े जोश और उत्साह से ड्रिल डांस, चार्ली चैपलिन, हिप हॉप, मैक्सिकन डांस, भारतीय लोक नृत्य व नाटकीय मंचन के माध्यम से अपनी प्रतिभा को उजागर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रारंभ में नृत्य शैली में विभिन्न आकृतियों द्वारा पृथ्वी के निर्माण के साथ सातों महाद्वीप का परिचय दिया गया। भारतीय लोक नृत्य के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण के जन्म से बैकुंठ धाम तक की गाथा को प्रदर्शित करते हुए जीवन में प्रेम का तथा जापान के प्रचलित पंख डांस के माध्यम से जीवन में आपसी समन्वय का संदेश दिया गया।अफ्रीका की संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए पेंगुइन बने बाल कलाकारों की ठुमकती हुई मनमोहक प्रस्तुति ने अभिभावकों का मन मोह लिया। यूरोप के प्रसिद्ध रचनाकार सैम्युअल टेलर कॉलरिज की रचना पर आधारित नाटकीय मंचन करते हुए समझाया कि जीव जंतु एवं प्रकृति भी वसुधैव कुटुंबकम का ही अभिन्न हिस्सा है, इनका संरक्षण हमारा परम दायित्व है। सीरिया एक्ट के माध्यम से मानव सभ्यता को हानि पहुंँचाने वाली नकारात्मक गतिविधियों की उपेक्षा करने व आपसी सहयोग करने की अपील की गई। कार्यक्रम का समापन देश-विदेश की महान विभूतियों को प्रतीकात्मक रूप में साक्षी मानते हुए सातों महाद्वीप द्वारा आपसी सहयोग,समन्वय, नैतिक सद्भाव का दृढ़ संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में लगभग 600 छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन मंच के माध्यम के साथ दिया। इसके पूर्व विद्यालय के प्राचार्य अजय बहादुर सिंह द्वारा विद्यालय की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की उप-प्राचार्या श्रीमती दीपा एंथोनी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अतिथियों का का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संस्था उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, सचिव घनश्याम बूलचंदानी, जीव सेवा संस्थान के सचिव महेश दयारामानी, नवयुवक परिषद के महासचिव थावर वरलानी, कर्नल नारायण पारवानी, संस्था सदस्य राजकुमार मूलचंदानी, कमल प्रेमचंदानी, लखन भागचंदानी, संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डालिमा पारवानी, नवनिध स्कूल की प्राचार्य अमृता मोटवानी, उप-प्राचार्य रेखा केवलानी, चिल्ड्रन होप इंडिया गर्ल्स स्कूल की प्राचार्य प्रिया जैन शर्मा, विद्यासागर पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य मिष्ठी वासवानी, समेत बड़ी संख्या में विद्यालय छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन जतिन शर्मा, गर्वित जैन, वंश होतवानी, आरव तिवारी, मिलिंद बोराना, अभिनव वर्मा, मोक्ष दासानी, आनव नागर, रोशन टेहलानी, अक्षांश जैन, आर्यन लालवानी, विधान जैन, नक्ष गुलानी, सोमिल रंगवानी, छवि छावानी एवं दक्ष केसवानी द्वारा किया गया । राष्ट्रीय गीत के समवेत गायन के साथ समारोह का विधिवत समापन हुआ।