पीएम इंटर्नशिप प्रोग्राम को लेकर चौंकाने वाली स्थिति बन गई है, क्योंकि इंदौर सहित देशभर में तय वैकेंसी की तुलना में आवेदन तो पांच गुना आए, लेकिन इंदौर की 685 वैकेंसी के लिए सिर्फ 162 ऑफर ही जारी हुए हैं। इसमें से भी सिर्फ 48 अभ्यर्थियों ने अपना ऑफर स्वीकार किया है। अब इन छात्रों से कहा गया है कि वे 30 नवंबर से पहले ऑफर पर सहमति दें। इन सभी को 2 दिसंबर को इंटर्नशिप की पहली किस्त (6000 रुपए) मिल जाएगी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिसंबर को इस स्कीम की औपचारिक शुरुआत करने वाले हैं। वे इसी दिन देशभर के 1.25 लाख युवाओं को इंटर्नशिप की पहली किस्त देंगे। इधर, कई कंपनियों ने छात्रों को ऑफर तक नहीं भेजे हैं। यही नहीं जिन्हें ऑफर मिले हैं, उनमें भी कई ने सहमति नहीं दी है। जानकारी अनुसार इसके पीछे दो बड़े कारण सामने आए हैं। पहला यह कि छात्र प्रक्रिया को पूरी तरह समझ नहीं पा रहे, वहीं दूसरा कारण छात्रों को अन्य शहरों से ऑफर मिलने को भी माना जा रहा है, क्योंकि छात्रों को वहां पहुंचकर रिपोर्ट करना होगा। ऐसे में 2 दिसंबर को इंदौर के कितने युवा इस स्कीम का लाभ ले पाएंगे, ये तय नहीं हो सका है। ये स्थिति : इंदौर में कुल 162 ऑफर दिए गए हैं। 48 ने ऑफर स्वीकार किया है।16 ने रिजेक्ट किया है। 3 ने कोई अन्य ऑफर स्वीकार करने की बात कही है। वहीं 95 ने अब तक अपने ऑफर नहीं देखे हैं। प्रदेश में 5000 से ज्यादा वैकेंसी पर 4312 ऑफर जारी किए गए हैं। इसमें से 1159 ने स्वीकार किया है। 2605 ने अब तक अपना जवाब नहीं दिया है। रिजेक्ट हुए ऑफर की संख्या 352 है। 12 माह तक करना होगी इंटर्नशिप इस स्कीम में इंटर्नशिप 12 महीने तक करना होगी। इसमें 21 से 24 साल के युवाओं को ही मौका दिया गया। हर माह पांच हजार रुपए की किस्त दी जाएगी। इंदौर में कुल 685 वेकेंसी के लिए 6 हजार से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किए थे। एक छात्र को अधिकतम 5 वेकेंसी के लिए आवेदन करने की पात्रता थी। एक छात्र को अधिकतम 2 ऑफर दिए जा सकेंगे। इनमें से उसे स्कीम का लाभ लेने के लिए कम से कम एक स्वीकार करना होगा। ये पूरी प्रक्रिया पीएमआईएस पोर्टल पर हो रही है। पोर्टल नया होने और इस प्रकार से इंटर्नशिप पहली बार दिए जाने के कारण छात्रों और कंपनियों को समझ नहीं आ रहा है कि कैसे पूरी प्रक्रिया होगी।