डॉ. हरीसिंह गौर की 155वीं जन्म जयंती पर कबुलापुल सदर स्थित गौर चौराहे पर डॉ. गौर की अष्टधातु से निर्मित 9 फीट ऊंची प्रतिमा का उपमुख्यमंत्री एवं सागर जिले के प्रभारी राजेंद्र शुक्ल ने अनावरण किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा जब सारा देश संविधान दिवस मना रहा है, उसी मौके पर गौर साहब की जन्म जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण हुआ है। मन्नू भाई का आप सभी लोग अभिवादन करें जिनके 37 वर्ष के संघर्ष के बाद यह प्रतिमा स्थापित की जा रही है। डॉ. गौर ने जीवन की पूरी कमाई से गौर विवि के लिए पहले जमीन खरीदी फिर विश्वविद्यालय बनाया। कृतज्ञ राष्ट्र तो है सागर के लोग भी कृतज्ञ हैं। डॉ. गौर की मूर्ति सागर शहर में जगह जगह लगाई जा रहीं है। सागर की जनता को इस पर भी संतोष नहीं है, इतना ज्यादा योगदान है डॉ. गौर का। हम सबको डॉ. गौर से प्रेरणा लेनी चाहिए। बुंदेलखंड के लोग भगवान के बाद किसी को मानते हैं तो गौर साहब को मानते हैं और जो देता है वह बड़ा दानवीर होता है। राजा हरीशचंद्र जैसे दानी डॉ. गौर थे। बीएचयू की स्थापना करने वाले मदनमोहन मालवीय को सारा देश जानता है, वैसे ही डॉ. गौर को भी सारा देश जानता है। विशिष्ट अतिथि केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा गौर साहब की भव्य मूर्ति का सदर गौर चौराहे पर लोकार्पण लंबे संघर्ष की यह जीत है। इसकी स्थापना के लिए 37 साल तक संघर्ष करना पड़ा। इसके लिए संघर्ष करने वालों की जवानी खप गई। मन्नू भाई सहित उनकी पूरी टीम को बधाई। डॉ. गौर को भारत रत्न की मांग के लिए हम सभी को प्रयास ही नहीं बल्कि अभियान चलाना पड़ेगा। भोपाल से दिल्ली तक यह मांग रखेंगे। हम सबकी भारत रत्न की मांग जल्दी ही पूरी होगी। हम प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित भारत सरकार से डॉ. गौर साहब को भारत रत्न दिलाने की मांग करेंगें। दैनिक भास्कर के 25 नवंबर के आयोजन में पूरा सागर जनसमूह के रूप में उमड़ कर आया। मंच के संरक्षक स्वामी विवेकानंद विवि के संस्थापक कुलपति डॉ. अनिल तिवारी ने कहा डॉ. गौर को भारत रत्न मिले, यह मांग हर सागरवासी और गौर प्रेमी की है। इसको लेकर मंच और गौर प्रेमी लगातार अभियान जारी रखेंगे। उन्होंने मूर्ति स्थापना का इतिहास भी बताया। संचालन गौर युवा मंच के प्रवक्ता अनिल दुबे ने किया और आभार उपाध्यक्ष डॉ. विशाल मिश्रा ने माना। कार्यक्रम में अधिवक्ता चतुर्भुज सिंह राजपूत, एमडी अवस्थी, राकेश चौबे सागौनी, मधु मौर्य, शंभू विश्वकर्मा, भानु श्रीवास्तव, पियूष विश्वकर्मा, गजेंद्र सोनी, अतुल चौकसे, सुधीर पांडेय, पंकज मुखारिया, धनंजय त्रिपाठी, राजू कटारे, ओपी सूर्येश, नीरज पांडेय, मुकेश नायक, आशीष प्यासी, शैलेंद्र तोमर, देवेंद्र तोमर, चंदू बुधवानी, मतीन भाईजान, डॉ. नितिन कोरपाल, हरिओम केशरवानी, कौशल यादव आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने कहा डॉ. गौर को भारत रत्न देने की मांग कई वर्षों से बुंदेलखण्ड के लोग कर रहे हैं। दैनिक भास्कर द्वारा फूलमाला के कार्यक्रम में लोगों ने विश्व रिकॉर्ड बनाकर यह संदेश दिया कि इस मांग को पूरा कराने वे कितने आकुल हैं। लंबे संघर्ष के बाद यहां गौर साहब की प्रतिमा लगाई गई है। प्रदेश सरकार से एवं उपमुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि डॉ. गौर के नाम पर प्रदेश स्तरीय पुरस्कार सरकार दे। भारत रत्न की मांग भी भारत सरकार के समक्ष हम सभी लोग मिलकर रखेंगें। मंच के अध्यक्ष अधिवक्ता रवींद्र अवस्थी ने कहा कि आज गौर युवा मंच का एक संकल्प पूरा हुआ। अब मंच यह संकल्प लेता है कि डॉ. गौर को भारत रत्न की उपाधि मिलने तक संघर्ष करता रहेगा। कार्यक्रम में सांसद डॉ. लता वानखेड़े, भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, पूर्व विधायक सुधा जैन, डॉ. हरीसिंह गौर विवि की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, कैंट सीईओ मनीषा जाट, डॉ. प्रदीप पाठक, मन्नू भाई त्रिपाठी, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेश केसरवानी भी शामिल हुए।