भिंड में DAP के लिए किसानों की लंबी कतार:सुबह 5 बजे खाद से लाइन में लगे, ठंड से बचने के लिए साथ लेकर आए कंबल

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भिंड जिले में डीएपी खाद की मांग को लेकर किसानों की परेशानी लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को पुरानी और नई गल्ला मंडी में सुबह से ही किसानों की भारी भीड़ देखी गई। सर्दी को देखते हुए किसान कंबल साथ लेकर वितरण केंद्रों पर पहुंचे। सुबह 5 बजे से ही दोनों मंडियों पर कतारें लगनी शुरू हो गईं। खाद वितरण में देरी और बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया। पुरानी मंडी में “पहले आओ, पहले पाओ” की नीति के तहत खाद का वितरण हो रहा है। यहां टोकन लेकर किसानों से पैसे जमा करवाए जा रहे हैं और पर्चियां काटी जा रही हैं। वहीं, नई गल्ला मंडी में टोकन प्रणाली लागू है। दोपहर 12 बजे तक पुरानी मंडी में लगभग 300 किसान कतार में खड़े नजर आए। गेहूं की बुवाई में हो रही देरी नवंबर का अंत होने के कारण गेहूं की बुवाई का समय भी निकल रहा है। 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक गेहूं की बुवाई का उपयुक्त समय माना जाता है, लेकिन खाद की कमी के कारण किसान बुवाई में देरी का सामना कर रहे हैं। बबेड़ी गांव के किसान रामदीन कुशवाहा ने बताया कि वे सुबह 5 बजे घर से निकले और सर्दी से बचने के लिए कंबल भी साथ लाए। बिना खाए-पीए कतार में खड़े हैं और खाद मिलने के बाद ही घर लौटेंगे। इसी तरह, रछेड़ी गांव के रामप्रताप ने कहा कि वे पिछले 10 दिनों से खाद के लिए चक्कर काट रहे हैं। ब्लैक मार्केट में महंगे दाम पर खाद मिल रही है, लेकिन सरकारी रेट पर उपलब्ध नहीं हो रही। प्रशासन का आश्वासन किसानों की परेशानी पर उपसंचालक कृषि राम सूजन शर्मा ने कहा कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने किसानों से संयम बनाए रखने की अपील की। डीएपी के अलावा एनपीके और अन्य खाद भी विकल्प के तौर पर उपलब्ध है। फोटो में देखें हालात…