इंदौर के ऑलराउंडर वैंकटेश अय्यर IPL के दो सीजन यानी 2023 और 2024 में अपनी शानदार परफॉर्मेंस को लेकर चर्चाओं में थे। लेकिन इस बार वह अपनी बेस प्राइस से 11 गुना ज्यादा कीमत पर बिकने के कारण चर्चा मे बने हुए है। मात्र 2 करोड़ रुपए बेस प्राइज वाले अय्यर को सऊदी अरब के जेद्दा में हुए मेगा ऑक्शन में केकेआर ने 23.75 करोड़ में खरीदा है। इसके साथ ही वह आईपीएल के तीसरे सबसे महंगे भारतीय प्लेयर बन गए हैं। इंदौर के क्रिकेट एक्सपर्ट के अनुसार हाल के दिनों में बल्ले से किया गया शानदार प्रदर्शन उनके इतना महंगा बिकने का मुख्य कारण है। पहले जानिए वह तीन वजह जिस कारण इतने महंगे बिके वैंकटेश… 1. IPL में शानदार परफॉर्मेंस अय्यर ने आईपीएल के 4 सीजन में कुल मिलाकर 51 मैच में 137.13 के स्ट्राइक रेट से 1326 रन बनाए और तीन विकेट लिए हैं। वैंकटेश आईपीएल में ब्रैंडन मैकुलम के 15 साल बाद 2023 में शतक बनाने वाले केकेआर के दूसरे बल्लेबाज बने थे। आईपीएल 2024 के फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद पर केकेआर की जीत के हीरो रहे थे। 114 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने नाबाद 52 रन बनाए थे। अय्यर को आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद इंडिया टीम के लिए चुना गया था। हालांकि अय्यर का 2022 का सीजन कुछ इतना खास नहीं रहा था। 2. रणजी मैच में एक शतक-एक अर्धशतक इस घरेलू सीजन में रणजी ट्रॉफी अय्यर ने एक शतक और एक अर्धशतक लगाया है। अक्टूबर में पहले खेले गए रणजी मैच में उन्होंने सिर्फ 26 रन ही बनाए। जिसके बाद अगले मैच के लिए उन्हें एमपी टीम से बाहर कर दिया गया। तीसरे मैच में फिर से एमपी टीम में शामिल किया गया। इस मैच में वह पहली पारी में 4 तो दूसरी पारी में 28 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बिहार के खिलाफ उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 176 गेंद पर 174 रन की पानी खेली। जिसमें 17 चौक्के और 4 छक्के लगाए। बंगाल के खिलाफ अगले मैच में अय्यर ने दूसरी पारी में एक बार फिर 95 गेंद पर 53 रन बनाए। 3. मुश्ताक अली ट्राफी में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी वैंकटेश अय्यर वर्तमान में मप्र की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में खेल रहे हैं। अय्यर ने आईपीएल में 23.75 करोड़ रुपए में बिकने के बाद सोमवार को एमपी की तरफ से खेलते हुए मात्र 17 गेंद में 37 रन की नाबाद पारी खेली। मेघालय के खिलाफ खेले गए इस मैच में अय्यर ने 4 छक्के लगाए है। वहीं अय्यर ने ऑक्शन के पहले यानी 23 नवंबर को खेले गए मैच में मिजोरम के खिलाफ 15 गेंद पर 36 रन बनाए थे। जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। झूला घर में रखने वाली आंटी चौबे को अय्यर की उपलब्धि का श्रेय वैंकटेश की मां उषा राजशेखरन ने बेटे के टीम इंडिया में सिलेक्शन के दौरान कहना था कि इस उपलब्धि का श्रेय शशि चौबे को जाता है। वह झूला घर चलाती हैं। बचपन से ही वैंकटेश 5 साल तक उनके झूला घर में पले-बढ़े हैं। वैंकटेश चौबे आंटी की बात हमेशा माना करता था। वेंकटेश को सबसे अधिक लगाव झूला घर वाली आंटी से ही है। कुछ साल पहले ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की करारी हार से वैंकटेश बहुत अपसेट हो गया था। इससे माता-पिता को लगा कि वैंकटेश का रुझान क्रिकेट की ओर है। उन्होंने झूला-घर वाली आंटी से इस बारे में बातचीत की। उनसे कहा कि हम वैंकटेश को क्रिकेट अकादमी में डाल देते हैं। यहां से वैंकटेश का क्रिकेट का सफर शुरू हुआ। इंदौर के खनूजा क्लब में क्रिकेट की कोचिंग देने वाले इंद्रजीत सर से मुलाकात करने के बाद उसे क्लब में डाल दिया गया। कई दिन तक ट्रेनिंग दी गई। यहां से MYCC में वैंकटेश का दाखिला हुआ। यहां दिनेश शर्मा उसके कोच थे, जो उसे दिन-रात क्रिकेट की प्रैक्टिस कराते थे। MYCC क्लब में झूला घर वाली आंटी के भाई भी थे। इस कारण से वैंकटेश को सपोर्ट भी मिल गया। तीनों डिपार्टमेंट में टीम के लिए उपयोगी बनूं, यही मेरा टारगेट है- अय्यर आईपीएल के पहले सीजन के बाद परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहने पर अय्यर ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा था कि प्रशंसकों की उम्मीद का मेरे ऊपर कोई असर नहीं होता है। हां कुछ गलतियां हुई और मुझे ऐसा लगता है कि मुझे और सीखते रहना है। मैं इस बारे में सोचता नहीं हूं कि मेरा परफॉर्मेंस अच्छा रहा है या बुरा। मेरा प्रोसेस कैसा रहा है, मैं इस बारे में सोचता हूं और जहां तक मेरा मानना है कि मैंने अच्छा प्रोसेस किया है। अच्छा परफॉर्मेंस आज नहीं तो कल होगा। मेरा प्रोसेस वैसा ही है। वहीं बैटिंग को लेकर तो मैं रूटीन फॉलो करता ही आ रहा हूं, लेकिन फिटनेस को लेकर मैंने न्यूट्रिशन एक्सपर्ट सूरज ठाकुरिया के साथ काफी इंप्रूव किया है। बॉलिंग को लेकर मैंने मेरे बॉलिंग कोच आनंद राजन के साथ काफी प्रैक्टिस की है। तीनों डिपार्टमेंट में टीम के लिए उपयोगी बनूं, यही मेरा टारगेट है। तिलक नगर के रहने वाले हैं अय्यर वैंकटेश अय्यर के पिता रामशेखरन अय्यर और मां उषा अय्यर इंदौर के तिलक नगर इलाके में रहते हैं। वेंकटेश के पिता एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। मां इंदौर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी विभाग में फ्लोर कोआर्डिनेटर हैं। वेंकटेश के पिता ने बताया कि उनका परिवार 1988 में चेन्नई से इंदौर आया था। दिसंबर 1994 में वैंकटेश का जन्म इंदौर में ही हुआ। वैंकटेश ने स्कूल की पढ़ाई सेंट पॉल से की। रेनेसां कॉलेज से BCom और DAVV से फाइनेंस में MBAकिया। सौरभ गांगुली उनके आइडियल हैं और वह रजनीकांत के फैन हैं। मैगा ऑक्शन में 11 गुना प्राइज पर बिकने पर दैनिक भास्कर से बोले- पत्नी मेरी लक चार्म आईपीएल में सिलेक्ट होने के बाद दैनिक भास्कर ने वेंकटेश अय्यर से बातचीत की। उन्होंने पत्नी को लकी चार्म बताया, साथ ही भविष्य में आईपीएल टीम की कप्तानी की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि बहुत खुशी हो रही है कि केकेआर ने मुझ पर इतना भरोसा जताया। आईपीएल में आने के बाद प्राइस टैग मैटर नहीं करता। मैं टीम में वापस आया हूं ये बड़ी उपलब्धि है। कोशिश करूंगा कि टीम के लिए अपना 100% कॉन्ट्रीब्यूशन दूं। पत्नी के आने के बाद लाइफ बहुत चेंज हुई है। मैं मेरी पत्नी को ही लकी चार्म मानता हूं। अय्यर ने आगे कहा कि मैं सिर्फ ये कोशिश कर रहा हूं कि टीम पर ज्यादा से ज्यादा इम्पैक्ट डाल सकूं। मैं रन और विकेट के लिए नहीं खेलता। मेरा फोकस टीम के प्रदर्शन पर रहता है। कौन नहीं चाहेगा आईपीएल फ्रेंचाइजी को लीड करना। यदि मुझे कप्तानी का मौका मिलता है तो खुशी होगी। मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश करूंगा। वहीं दबाव तो हमेशा रहता है। भले ही आप 20 लाख में बिके हों या 20 करोड़ में। उस दबाव को एब्जॉर्ब कर कितना अच्छा परफॉर्म करते हैं, यही मैटर करता है।