अंशकालीन कर्मचारियों की मांगों को लेकर मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के आव्हान पर 24 नवंबर को भोपाल में धरना दिया जाएगा। इसकी तैयारी के लिए मंच लगातार एक हफ्ते से जन जागरण अभियान चला रहा है। अभियान के दौरान मंच के सदस्यों ने टेबल-दर-टेबल जाकर कर्मचारियों से बात की और प्रदर्शन के लिए तैयार किया। कर्मचारी रविवार को सेकंड स्टॉप स्थित तुलसी उद्यान में धरने पर बैठेंगे। मंच के प्रांताध्यक्ष अशोक पांडे ने कहा कि नौकरशाही अंशकालीन कर्मचारियों का शोषण कर रही है, उनके अधिकारों का हनन कर रही है। सरकार ने पिछले 25 वर्ष से अंशकालीन कर्मचारी के हित के लिए कोई नीति नहीं बनाई और न ही उनके वेतन में वृद्धि की। पीएफ, बीमा, पेंशन, मेडिकल सुविधा के लाभ से भी अंशकालीन कर्मचारी वंचित हैं। अंशकालीन कर्मचारियों को न तो ग्रेच्युटी सुविधा का लाभ मिल रहा है और न ही अनुकंपा अनुदान दिया जा रहा है। पिछले 25 सालों से अंशकालीन कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति भी नहीं मिली है। इसलिए अंशकालीन कर्मचारी अब आंदोलन की राह पर हैं। सभी अंशकालीन कर्मचारी 24 नवंबर को एक साथ बड़ा आंदोलन कर सरकार के समक्ष मांगों को मंजूर करने के लिए दबाव बनाएंगे। अंशकालीन कर्मचारी मंच के नेतृत्व में 24 नवंबर 2024 को भोपाल में धरना देकर मुख्यमंत्री को पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा। प्रमुख मांगें … 10 साल की सेवा पूर्ण कर चुके अंशकालीन कर्मचारियों को नियमित किया जाए।