जिले में किसानों को सरकारी योजनाओं और आधुनिक खेती के गुर सीखने के लिए कृषि विभाग ने खेतों में कृषक पाठशाला शुरू की है। अपने आप में अनोखी इस पाठशाला में क्लास किसी कमरे या हॉल में नहीं बल्कि एक मैदान में लग रही हैं। जिसमें जिले के किसान छात्र बने और कृषि विभाग के अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से शिक्षकों की तरह किसानों को जानकारी दी जाती है। शुक्रवार को जिले की हंडिया तहसील के ग्राम मंगरूल में इस अनोखी किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। रिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने किसानों प्रशिक्षण दिया इसमें वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सोनल आठनेरे, कृषि विस्तार अधिकारी नेहा बराडे और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आरसी जाटव ने किसानों को आधुनिक कृषि के गुर और फसलों की सुरक्षा को लेकर विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर ग्रामीणों को मिट्टी परीक्षण, जैविक खेती और डीएपी के विकल्प के बारे मे जानकारी दी गई। किसानों को डीएपी के अन्य विकल्प जैसे एनपीके (12:32:16), 20:20:0:13 आदि के उपयोग और लाभ बताए। वहीं, फसलों पर स्प्रे के लिए ड्रोन प्रशिक्षण के आवेदन संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही मिट्टी परीक्षण, कृषि की नवीन पद्धति, कृषि विभाग की किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी भी दी गई। किसानों ने कृषि विभाग की इस पहल को सराहा मांगरूल गांव के किसान राजेंद्र धनगर ने कृषि विभाग के नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि आज कृषि विभाग दल गांव में आया और हमें मिट्टी परीक्षण और खाद किस तरह से मिलाना, मिट्टी परीक्षण करने के विषय मे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमें पहले इसकी आधी अधूरी जानकारी थी। विभाग की किसान खेत पाठशाला वाकई अच्छी है, क्योंकि इसमें किसान को घर बैठे सारी जानकारी मिल रही हैं। इस मौके पर ग्राम पंचायत सरपंच अनुसूइया दमाड़े,रामविलास धनगर सहित ग्राम के किसान मौजूद रहे।