पन्ना जिले के पवई क्षेत्र के सेमराकला गांव में एक बंदर और कुत्ते की दोस्ती को लेकर काफी चर्चा है। दोनों एक साथ रहते भी है और खाना भी साथ खाते हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्षेत्र के लोग भी दोनों की दोस्ती देख सहानुभूति रखते हैं। लोग उन्हें खाने के लिए रोटी और फल देते हैं। इतना ही नहीं एक बार वन विभाग का अमला बंदर को लेने पहुंचा। हालांकि, ग्रामीणों ने विरोध कर बंदर को छुड़वा लिया। अब दोनों गांव में साथ साथ रहते हैं। दरअसल, सिमराकला गांव के लोग बंदर और डॉग की दोस्ती से काफी खुश रहते हैं। संसाधनों के उपयोग को लेकर स्वभाव से परस्पर प्रतिस्पर्धी माने जाने वाले श्वान और बंदर गांव में एक साथ रह रहे हैं। ग्रामीण अनारी रजक ने बताया कि दो साल का बंदर तीन माह पहले जंगल से गांव आ गया था। गांव में रहने लगा। उसने एक डॉग से दोस्ती कर ली। जल्द ही दोनों दोस्ती इतनी पक्की हो गई कि अब दोनों एक दूसरे के बिन नही रही सकते हैं। पूर्व में वनकर्मी बंदर को पकड़ने आए तो दोनों की आंखों में आंसू आए। वे चीख-पुकार करने लगे। ग्रामीणों ने विरोध कर बंदर को छुड़वा लिया। अब गांव के लोग भी डॉग और बंदर के आपसी लगाव से प्रभावित हैं। उन्हें खाने के लिए रोटी और फल देते हैं। इन दोनों की दोस्ती क्षेत्र में लोगों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। वहीं इस दोस्ती के विषय डिप्टी रेंजर मे शरद नागर ने कहा कि बंदर और डॉग दोनों विपरीत स्वभाव के जानवर है। दोनों के बीच ऐसा व्यवहार बहुत कम देखने मिलता है। ग्रामीणों को कोई क्षति नहीं पहुंचे, इस वजह से कुछ लोगों की शिकायत पर बंदर को पकड़ने के लिए टीम भेजी थी। लेकिन, ग्रामीणों के विरोध करने पर बंदर को नहीं पकड़ा था।