दमोह में आशा कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन:कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में कहा- सरकार ने वादाखिलाफी की, मानदेय बढ़ाया जाए

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दमोह जिले की दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार दोपहर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर सुधीर कोचर के नाम ज्ञापन सौंपा। आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी कई मांगें रखी हैं। आशा कार्यकर्ता मिथिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार ने 29 जुलाई 2023 को सभी आशा कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था कि यदि हम एक साल तक किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन या धरना नहीं करेंगे तो हमारे मानदेय में एक हजार रुपए की बढ़ोतरी की जाएगी। यह राशि हमें अप्रैल से मिलना शुरू होनी थी, लेकिन सरकार ने अभी तक राशि नहीं बढ़ाई, इसलिए हम आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इसके अलावा सरकार सभी आशा कार्यकर्ताओं पर आयुष्मान कार्ड बनाने का दबाव डाल रही है, जबकि कई आशा कार्यकर्ता काफी बुजुर्ग हैं और कम पढ़ी-लिखी हैं। इन्हें इस तरह के लिखा-पढ़ी के काम में परेशानी होती है। हमें केवल एक दिन ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इसमें हमें कुछ समझ नहीं आया। हमारी सरकार से मांग है कि हम सभी आशा कार्यकर्ताओं को तीन माह का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाए और एक-एक नया मोबाइल दिया जाए, उसके बाद हम सरकार के आयुष्मान कार्ड बनाने के काम को भी पूरा कर देंगे।