सात बार से देश में स्वच्छता में नंबर वन आ रहा इंदौर अब कार्बन क्रेडिट के क्षेत्र में भी कीर्तिमान रचेगा। इसके लिए इंदौर नगर निगम ने एनर्जी स्वराज फाउंडेशन (ईएसएफ) के बीच एक एमओयू साइन किया है। इंदौर के लोगों और संगठनों के समर्थन से इंदौर क्लाइमेट मिशन का उद्देश्य नागरिकों को ऊर्जा में शिक्षित करना, ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना और ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करके इंदौर को जलवायु कार्रवाई में वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित करना है। 30 नवंबर को लॉन्च होगा मिशन सौ दिन तक चलने वाला यह अनूठा मिशन 30 नवंबर से लॉन्च होगा। यह 1 दिसंबर से शुरू होकर 10 मार्च, 2025 तक चलेगा। इस मिशन के दौरान भारत के सोलर मेन प्रो. चेतनसिंह सोलंकी पूरे सौ दिनों तक इंदौर में ही रहेंगे। उनके नेतृत्व में ही यह मिशन पूरा किया जाएगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि अब इंदौर क्लाइमेट मिशन के साथ हम जलवायु परिवर्तन के अदृश्य खतरे को भी दूर करेंगे। यह मिशन केवल उत्सर्जन को कम करने के बारे में नहीं है, बल्कि एक स्थायी भविष्य के लिए जलवायु के प्रति जागरूक समुदाय बनाने के बारे में है। आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर और एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रो. चेतन सिंह सोलंकी ने कहा इंदौर क्लाइमेट इस चुनौती का एक साहसिक जवाब है। यह इंदौर क्लाइमेट मिशन दुनिया भर के अन्य शहरों के लिए भी एक मॉडल बनेगा, इंदौर इससे ग्लोबल लीडर बनकर उभरेगा। यह है इंदौर क्लाइमेट मिशन का लक्ष्य 1. ऊर्जा साक्षरता: 3-5 लाख नागरिकों को ऊर्जा खपत और कार्बन उत्सर्जन के बीच संबंधों के बारे में शिक्षित एवं जागरूक करना। 2. बिजली खपत में कमीः सम्पूर्ण शहर में बिजली की खपत में 7-10% की कमी लाना। 3. व्यवहार परिवर्तनः शिक्षण संस्थानों, व्यवसायों, सरकारी कार्यालयों और घरों को सतत एवं सार्थक अभ्यास अपनाने के लिए प्रेरित करना, जिनसे कार्बन उत्सर्जन कम हो। पूरे सौ दिनों तक होगी साइक्लिंग लगातार सौ दिन तक सौ क्लाइमेट परिचर्चा, सौ साइकिल रैली, सौ जलवायु चौपाल, और इतने ही ऊर्जा संरक्षण के लिए जस्ट स्किप इट कैम्पेन। इसके लिए थीम सांग भी जारी किया गया है। यह गीत अभियान के हिस्से के रूप में पूरे सौ दिनों तक इंदौर में बजाया जाएगा। इस गीत पर डांस स्टेप्स कोरियोग्राफ करने के लिए एक प्रतियोगिता की भी घोषणा की गई है।