हर गर्भवती महिला को विशेष देखभाल मिलनी चाहिए। किसी भी गर्भवती महिला को बहुत कम या बिना किसी प्रसव के किसी पूर्व चेतावनी के जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली जटिलताएं हो सकती है। इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली जटिलताओं का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए प्रसव पूर्व सेवाओं तक पहुंच की आवश्यकता होती है। यह बात मंगलवार को आयोजित शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञों ने कही। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को जिला चिकित्सालय बुरहानपुर के एएनसी ओपीडी में प्रसव पूर्व गर्भवती माता की विशेष सेहतमंद जांच की गई। 50 गर्भवतियों की निशुल्क जांच की गई
इस अभियान का उद्देश्य गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम के कारणों का समय पर पता लगाने से गर्भवती माता, गर्भस्थ शिशु की होने वाली मृत्यु को रोकने का प्रयास है। जिला अस्पताल की एएनसी ओपीडी में कुल 50 गर्भवती माता की निशुल्क जांच की गई। 20 गर्भवती माताएं गंभीर जोखिम वाली पाई गईं
20 गर्भवती माताएं गंभीर जोखिम वाली पाई गई। इसे लेकर परिवार और संबंधित स्वास्थ्य कर्मी को मार्गदर्शन दिया गया। सुमन हेल्पलाइन नंबर के बारे में जानकारी दी गई। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेहाना बोहरा ने महिलाओं की सोनोग्राफी कराई। डॉक्टर प्रतिभा बागरण, डॉ सुरभि पाटिल ने गर्भवती महिलाओं की जांच की। एएनसी ओपीडी में नर्सिंग कोऑर्डिनेटर ज्योति नागले, नर्सिंग ऑफिसर विशाखा, डाटा एंट्री ऑपरेटर निकिता, सपोर्टिंग स्टाफ अश्विनी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।