देवास की जय हिंद सखी मंडल की छात्राओं ने रविवार को शा.मा.वि.क्र. 3 की नई बिल्डिंग में संचालित दिव्यांग बालक छात्रावास का भ्रमण किया। इस दौरान रहवासी छात्रों ने अपनी योग्यता और कला का प्रदर्शन किया। सखी मंडल की छात्राओं ने छोटे-छोटे समूह में छात्रों को पेपर क्राफ्ट के अंतर्गत कागज से गुलाब के फूल बनाना सिखाया। इस दौरान अधिकांश दिव्यांग छात्रों ने शीघ्र ही इस कला को सीखा और स्वयं बनाकर देखा। इस दौरान छात्र आकाश ने सखी मंडल की सदस्यों को गिनती और वर्णमाला का अभ्यास कराया। छात्र आशुतोष ने एक छात्रा के हाथ पर बहुत सुंदर मेंहदी बनाकर दिखाई। छात्र अनिकेत ने सभी छात्रों का परिचय कराया। इस अवसर पर सखी मंडल की कई सदस्य मौजूद थी। शारीरिक असमर्थता बाधा नहीं अवसर सखी मंडल की छात्राओं ने बताया कि ईश्वर द्वारा निर्मित सृष्टि अद्भुत है। ईश्वर ने हम सबकी रचना एक विशेष उद्देश्य से की है। ईश्वर ने हम सबको पूर्णता न दी हो, पर पूर्णता प्राप्त करने की योग्यता अवश्य दी है। हम अपनी योग्यता पहचानकर पूर्णता प्राप्त कर सकते हैं। हब सबके अंदर एक कलाकार है। यदि परिस्थितियां अनुकूल हो जाए तो हमारी कला बाहर आकर निखर जाती है। शारीरिक असमर्थता बाधा नहीं एक अवसर है। मनुष्यों के लिए प्रकृति एक मार्ग बंद कर देती है, तो दूसरा खोल देती है।