उज्जैन में 12 नवंबर से होने जा रहे अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ करने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दोपहर साढ़े 3 बजे कालिदास अकादमी पहुंचेगें। उनके साथ राज्यपाल, सीएम, प्रभारी मंत्री और संस्कृति मंत्री भी रहेंगे। हालांकि उपराष्ट्रपति के समय की कमी होने के कारण अकादमी द्वारा दिए गए कई कार्यक्रमों में बदलाव किया गया है। फिलहाल उपराष्ट्रपति का फाइनल मिनिट-टू-मिनिट कार्यक्रम शानिवार शाम तक प्रशासन के पास पहुंचेगा। 66 वें अभा कालिदास समारोह का शुभारंभ 12 नवंबर देव प्रबोधिनी एकादशी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कालिदास संस्कृत अकादमी के भरत विशाला मंच से करेंगे। अकादमी के निदेशक डॉ. गोविंद गंधे ने बताया कि उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम संशोधित हो रहे है। अभी तक जो संभावित कार्यक्रम हमें प्राप्त हुआ है उसके अनुसार वे दोपहर साढ़े 3 बजे सीधे मंच पर पहुंचेंगे और समारोह का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद कलाकारों अलंकरण प्रदान करेंगे। अकादमी के प्रकाशनों का विमोचन होगा। शुभारंभ अवसर पर राम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंद देव गिरी महाराज, राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल मौजूद रहेंगे। शुभारंभ कार्यक्रम में अनुमति पत्र पास से ही प्रवेश मिलेगा। मंच से ही चित्र एंव मूर्तिकला का शुभारंभ होगा प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उपराष्ट्रपति के संभावित कार्यक्रम में वे केवल समारोह का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचेगें। पहले अकादमी परिसर में लगी महाकवि कालिदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद राष्ट्रीय कालिदास चित्र एंव मूर्तिकला प्रदर्शनी का शुभारंभ भी उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में अकादमी द्वारा जोड़ा गया था। फिलहाल समय कम होने के कारण दोनों ही कार्यक्रमों को शामिल नही किया है। हालांकि शनिवार शाम को निर्धारित पूर्ण कार्यक्रम प्रशासन के पास पहुंच जाएंगा।