खेती किसानी सीजन में खाद का संकट एक बार फिर गहरा गया है। सतना में किसान खाद के लिए परेशान हैं लेकिन सुबह से लाइन में लगने के बावजूद खाद तो दूर उन्हें टोकन तक नहीं मिल पा रहा है। मार्कफेड के अफसर भी स्टॉक की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ रहे हैं नतीजतन विवाद के हालात भी बन रहे हैं। मध्य प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ की शेरगंज स्थित शाखा में मंगलवार को खाद के लिए हंगामा हो गया। यहां सुबह 4 बजे से किसान खाद और टोकन के लिए लाइन लगा कर खड़े हो गए थे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी, नतीजतन किसानों का गुस्सा भड़क उठा। किसानों का कहना था कि वे कल यानी सोमवार को भी आए थे, तब उन्हें आज आने के लिए कहा गया था। वे सुबह से लाइन लगा कर खड़े हो गए लेकिन खाद तो दूर टोकन तक नहीं दिया जा रहा। खिड़की नहीं खोली जा रही। हालांकि सेंटर पर कुछ किसानों को खाद दी जा रही थी लेकिन वो वही किसान थे जिन्हें सोमवार को टोकन दे दिए गए थे। डीएमओ-एसडीएम पहुंचे
शेरगंज में तमाम किसानों की मौजूदगी और हंगामे की जानकारी मिलने पर डीएमओ रेखा तिवारी वहां पहुंची। कुछ ही देर में एसडीएम रघुराजनगर राहुल सिलाड़िया और सिविल लाइन टीआई योगेंद्र सिंह भी शेरगंज पहुंच गए। एसडीएम ने स्थिति की जानकारी लेते हुए किसानों तथा डीएमओ से बात की। डीएमओ बोले- मांग के मुकाबले स्टॉक नहीं
खाद की किल्लत और किसानों के आक्रोश के बीच डीएमओ रेखा तिवारी ने एसडीएम को बताया कि किसान डीएपी 18-46 की मांग कर रहे हैं लेकिन मांग के मुकाबले स्टॉक नहीं है। जितना स्टॉक था उसके हिसाब से टोकन वितरण कराकर खाद दी जा रही है। डीएपी की पूर्ति अपेक्षाकृत कम है, उसके एवज में 20-20-13 तथा एनपीके उपलब्ध कराई गई थी लेकिन किसान उनके प्रति कम जागरूक हैं। यह समस्या अकेले सतना में नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर है। इस संबंध में शासन स्तर पर चर्चा कर प्रयास किए जा रहे हैं। देखिए खाद वितरण केंद्र की तस्वीरें…