सांसद शंकर लालवानी वर्ल्ड क्लाइमेट पार्लियामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। सांसद लालवानी तुर्की के इस्तांबुल में होने वाले इस विश्व स्तरीय आयोजन में भारत के प्रयासों की जानकारी देंगे। वर्ल्ड क्लाइमेट पार्लियामेंट जलवायु परिवर्तन को रोकने की दिशा में काम करने वाली एक विश्व व्यापी संस्था है और यूनाइटेड नेशंस के साथ मिलकर काम करती है। तुर्की में 8, 9 और 10 नवंबर को होने वाले इस आयोजन में दुनियाभर के 42 देशों के 80 से ज्यादा सांसद सम्मिलित होंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के बारे में विभिन्न देशों के प्रयासों को एक मंच पर लेकर आना है और जानकारी साझा करना है। लालवानी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में भारत ने 2070 तक नेट कार्बन इमिशन जीरो तक लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। पूरे देश में इस पर तेजी से कम हो रहा है। लालवानी ने आगे बताया कि जब दुनिया के बड़े-बड़े देश पेरिस समझौते से पीछे हट रहे थे तब प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के सर्वे भवंतु सुखिनः के सिद्धांत को चरितार्थ करते हुए दुनिया को एक नई दिशा दिखाई और और विश्वव्यापी सोलर अलायंस बनाया। आज भारत में रिन्युएबल एनर्जी पर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा काम हो रहा है। जिससे कार्बन डाई ऑक्साइड समेत कई हानिकारक गैस के उत्सर्जन में व्यापक कमी आई है। विशेष ब्रेक आउट सेशन में लेंगे हिस्सा इंदौर की ‘वेस्ट टू वेल्थ’ जर्नी की केस स्टडी करेंगे साझा