कनाडा स्थित ब्रैम्पटन के मंदिर पर हुआ हमला निन्दनीय कृत्य है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के प्रदेश सलाहकार गुरदीप सिंह भाटिया ने कहा कि यह कृत्य सिख धर्म के मूल सिद्धांत के विपरीत है। सिखों के गुरुओं द्वारा देश व धर्म की खातिर अपनी कुर्बानियां दी गई हैं। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी द्वारा तिलक व जंजू की रक्षा की खातिर अपनी शहीदी दी गई। महाराजा रंजीत सिंह द्वारा कई मंदिर बनवाए गए और कई मंदिरों के लिए जमीनें दान दी गईं। सिखों के गौरवमय इतिहास इन सब बातों की गवाही देते हैं कि सिख शुरू से ही अपने धर्म का पालन करते हुए जरूरत पड़ने पर दूसरे धर्मों की भी मदद करते आ रहे हैं। कुछ भारत विरोधी ताकतें कुछ लोगों को अपनी शरण में लेकर उनसे इस तरह के कृत्य करवा रही है। भाटिया ने कहा कि सिख समाज की ओर से मैं इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। घटना के बाद ब्रैम्पटन मंदिर के पुजारी ने कहा कि खालिस्तान समर्थकों का यह हमला पूरी दुनिया के हिंदुओं पर किया गया हमला है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि हिंदू एकजुट हों, अगर हम एकजुट नहीं होंगे तो सुरक्षित नहीं रह सकते।