अशोकनगर में बैंक के नाम से फर्जी ऐपीके फाइल भेज कर ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें एक हितग्राही के 1 लाख 60 हजार रुपए बैंक खाते से उड़ा दिए हैं। यह ठगी बैंक अकाउंट की केवाईसी किए जाने के नाम पर की गई है। मामले की जानकारी जब लगी जब बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किया तो बैंक में पैसे ही नहीं थे, जिसकी शिकायत सोमवार की शाम कोतवाली थाने में भी दर्ज कराई गई है। कोतवाली थाने में फरियादी परी जैन ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 2 नवंबर को शाम के समय एक नंबर से फोन आया और कहा कि वह पंजाब नेशनल बैंक से बोल रहे हैं, आपके बैंक की एक केवाईसी करने की आज आखिरी डेट है। इस तरह से झांसा देकर बार-बार फोन किया और फिर एक मोबाइल के वॉट्सऐप नंबर पर पंजाब नेशनल बैंक के नाम से पीडीएफ डाली गई। उधर से फिर फॉर्मेट खोलकर भरने को कहा। जैसे ही फॉर्मेट खोला तो उसमें डिटेल मांगी गई थी। जिस मोबाइल नंबर पर यह फाइल भेजी गई थी उसमें परी जैन की मम्मी सविता जैन का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड था। अगले दिन जब फोन से पैसे ट्रांसफर किया तो पैसे ट्रांसफर नहीं हो रहे थे, जिसके बाद बैंक में जाकर पता किया तो बताया गया कि उनके बैंक में केवल 356 रुपए बचे हैं। बैंक खाता महाराष्ट्र का है फरियादी ने बताया कि खाते का स्टेटमेंट निकलवाया तो सामने आया की आईएमपीएस के माध्यम से 1 लाख 60 हजार रुपए खाता क्रमांक 60506141496 में ट्रांसफर हुए हैं। खाते के संबंध में बैंक से जानकारी ली जो बैंक वालों ने बताया कि यह खाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र का है जो शशांक कुमार गंगवार के नाम पर है। जिसमें सामने आया कि वह फाइल खोलने के बाद मोबाइल को हैक कर लिया गया था इसी वजह से यह ठगी हुई है।