भिंड शहर में दिवाली पर्व बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस पर्व पर हर घर में मां लक्ष्मी की पूजा की गई। लोगों ने दीप जलाकर अपने घर और आंगन को रोशन किया। पूरे शहर में धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के साथ दिवाली का उल्लास छाया रहा। लोगों ने अपने घरों को दीपों, रंगीन लाइटों और रंगोली से सजाया। रात होते ही पूरे भिंड में आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया। रंग-बिरंगी आतिशबाजियों ने आसमान को रोशन कर दिया और शहर में दीवाली का उत्साह अपने चरम पर पहुंच गया। जगह-जगह बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आतिशबाजी का आनंद लेते दिखे। इस दौरान कुछ परिवारों ने ईकोफ्रेंडली आतिशबाजी लेकर तो कुछ लोगों ने चाइना झालरों से दूरी बनाते हुए मिट्टी के दीयों और मोमबत्तियों के साथ पर्व मनाया। शहर के बाजार भी इस मौके पर खास सजावट के साथ तैयार किए गए थे, जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की। मिठाइयों, सजावट के सामान, और पटाखों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। मिठाई की दुकानों पर विशेष रूप से मांग देखी गई, क्योंकि दिवाली के इस पावन पर्व पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करना शुभ माना जाता है। लोगों ने अपने परिवारों, दोस्तों और पड़ोसियों के बीच मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान कर एक-दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। घरों में सामूहिक हुई पूजा अर्चना दिवाली पर्व समाज व परिवारों के बीच आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देता है। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए भिंड शहर के विभिन्न मोहल्लों में सामूहिक पूजा का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने मिलकर मां लक्ष्मी की आराधना की और सुख-समृद्धि की कामना की। भिंड शहर में इस दिवाली पर रोशनी, उमंग और खुशियों का ऐसा माहौल बना कि पूरा शहर जगमगाता रहा।