नीमच में गुरुवार को एक वीडियो वायरल हो रहा, जिसमें नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार और जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा बहस करते नजर आ रहे हैं। वीडियो नीमच हवाई अड्डे का है। बहस के दौरान नीमच जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जन सिंह चौहान, मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू, भाजपा जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार जैसे कई वरिष्ठ नेता भी थे। मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नीमच में वीरेंद्र कुमार सकलेचा मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण कार्यक्रम में आए थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं के स्वागत की जो लिस्ट दी गई, उसमें नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के कई समर्थकों के नाम नहीं थे। जब हवाई अड्डे पर नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के समर्थक पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। इसकी जानकारी जब दिलीप सिंह को लगी तो उन्होंने पुलिस से बात की। इसके बाद जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा से बहस हो गई। वीडियो में विधायक दिलीप सिंह परिहार जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा से यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि आपका यहां इंटरफेयर नहीं चलेगा। वहीं जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि आप मुझसे बात मत कीजिए। दिलीप सिंह भी कह रहे हैं कि आप भी मुझसे बात मत करिए। जिन्होंने चुनाव जिताया, उन्हें तो माला पहनाने दो नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा- मैंने उनसे कहा कि आप जावद में भी हमारे लोगों को बैठाया करो। यहां भी अपने कार्यकर्ताओं को लेकर आते हो। हमारे कार्यकर्ता जब अंदर जा रहे थे, तब पुलिस, प्रशासन और जिलाध्यक्ष ने रोक दिया। जिलाध्यक्ष जावद में कुछ नहीं बोलते, मानासा में कुछ नहीं बोलते। नीमच में दोनों मिलकर बोलते हैं, जिन्होंने हमें चुनाव जिताया, उन्हें तो मुख्यमंत्री को माला पहनाने दो। उनके कार्यकर्ताओं को एसपी ने रोका होगा जावद से विधायक और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा- मेरी इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई। उनके कार्यकर्ताओं को एसपी ने रोका होगा, वह एसपी से पूछ रहे थे कि सकलेचा जी के कहने से रोका क्या? तो मैंने कहा- मेरा कोई इंटरफेयर नहीं है। मैंने कहा- आप जानो और जिलाध्यक्ष जानें। इसके अलावा मेरी कोई बात नहीं हुई। आप वीडियो में सुन लीजिए। दोनों स्वागत जैसी बात के लिए लड़ रहे मप्र कांग्रेस के सचिव सत्यनारायण पाटीदार ने कहा- दोनों चार-चार, पांच-पांच बार के विधायक हैं। इस तरह से बहस करना दोनों को शोभा नहीं देता। दोनों विकास के लिए और जनता के हितों के लिए लड़ते तो बात अलग थी। स्वागत जैसी बात पर लड़ रहे हैं। यह शोभनीय नहीं है। तस्वीरों में देखिए बहसबाजी के दौरान दोनों के विधायकों के हाव-भाव