दीपावाली पर लोगों ने घरों के बाहर बनाए आकर्षक रंगोली:रात 9 बजे तक रहेगा लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त

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विदिशा में हर्षोल्लास और परंपरागत ढंग से दिवाली का त्योहार मनाया गया। लोगों ने अपने घरों को फूलों, रंग-बिरंगी रोशनी और रंगोली से सजाया। लक्ष्मी जी की पूजन के लिए विशेष तैयारियां की गई। पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि आज शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच पूजन का अलग-अलग सिद्धी का मुहूर्त है। लक्ष्मी जी की पूजन को लेकर घरों को फूलों और रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया। वहीं, घर के बाहर रंगोली बनाई गई। युवतियों और महिलाओं ने अपने घर-आंगन में आकर्षक रंगोली बनाई। रात 9 बजे तक लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त आज कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या दीपावली के दिन धन-संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी भगवती महालक्ष्मीजी का पूजन करने का विधान है। पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि आज शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच पूजन का अलग-अलग सिद्धी का मुहूर्त है। शाम 4:30 से रात 9 तक लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त रहेगा। शुभ अमृत की चौघड़िया और वृषभ लग्न जो कि स्थिर लग्न है। इस लग्न में लक्ष्मी पूजन की जाए तो लक्ष्मी स्थिर रहती है। रात में 7:30 से 9 बजे तक चर चौघड़िया भी पूजन के लिए शुभ है। महालक्ष्मी जी के साथ कुबेर, गणेशजी, कलश, षोडश , मातृका, नवग्रह, बही खाते, लेखनी, तुला, तिजोरी, यंत्र, दीपक, गोमाता आदि का पूजन करने का विधान है। रात्रि में गोपाल सहस्रनाम, श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त, कनकधारा स्रोत का पाठ करने का विधान है। लक्ष्मी पूजन के साथ कमलगट्टा, रक्त चंदन, कमल पुष्प, लाल पुष्प, विल्पतत्री, खीर, घी, से हवन करने से लक्ष्मी जी हमें धन धन से परिपूर्ण करती हैं और सुख शांति धन प्रदान करती है।