देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के प्रबंधन अध्ययन संस्थान (आईएमएस) का रीडर पिछले 10 साल से ड्यूटी से गायब है। इसके चलते यूनिवर्सिटी ने अब एक विज्ञप्ति जारी कर रीडर को 3 दिन में डिपार्टमेंट में उपस्थित होने के लिए कहा है। यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ.अजय वर्मा के अनुसार प्रबंधन अध्ययन शाला के रीडर मनीष उन्हाले 1 जनवरी 2014 से बिना सूचना के नौकरी से अनुपस्थित हैं। वे दस साल से डिपार्टमेंट नहीं आए हैं। रीडर मनीष को तीन दिन के अंदर डिपार्टमेंट में उपस्थित होने के लिए कहा है। इसके साथ ही स्पष्टीकरण भी मांगा है कि क्यों ना उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उपस्थित नहीं होने और स्पष्टीकरण नहीं देने पर उनके खिलाफ यूनिवर्सिटी एक पक्षीय कार्रवाई करेगी। वहीं सूत्रों के मुताबिक मनीष उन्हाले यूके में वर्किंग में है। बाहर बेहतर अवसर मिलने के कारण वे डिपार्टमेंट को बिना सूचना दिए चले गए। कई बार ऐसा इसलिए भी किया जाता है ताकि वहां से किन्हीं कारणों से वापस आना पड़े तो यहां भी जॉब रहे। यूनिवर्सिटी ने पहली बार इस तरह का स्टैंड ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ लिया है। इंदौर DAVV का फोकस रिसर्च और प्लेसमेंट पर:अगले साल 210, 2026 में आएंगी 280 कंपनियां, 80% छात्रों को मिलेगा जॉब देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का फोकस रिसर्च व प्लेसमेंट पर है। यूनिवर्सिटी इस साल अंत तक 100 कंपनियों काे प्लेसमेंट के लिए बुलाएगी। यही नहीं अगले साल यानी 2025 में यह टारगेट 210 कंपनियों तक पहुंच जाएगा। दाे-गुना से ज्यादा प्लेसमेंट का लक्ष्य है। यूनिवर्सिटी अपने 31 टीचिंग विभागों व इंस्टिट्यूट्स में 2 हजार से ज्यादा प्लेसमेंट के लक्ष्य के साथ 2026 में 280 कंपनियों काे लाएगी। पीएम उषा प्रोजेक्ट के तहत जाे 20 कराेड़ रुपए यूनिवर्सिटी काे मिलना है, उस राशि से यूनिवर्सिटी के बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी का फाेकस इस बात पर है कि प्लेसमेंट प्रक्रिया में शामिल हाेने वाले करीब 80 प्रतिशत छात्रों काे जॉब जरूर मिले। उसी दिशा में काम शुरू किया जा रहा है। पूरी खबर यहां पढ़े