सीएम ने सपत्नीक किए भगवान कामतानाथ के दर्शन:कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा की; बोले- हमने महाकाल सहित 13 तीर्थ क्षेत्रों में विकास किया

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मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने अपने चित्रकूट प्रवास के दौरान रविवार सुबह भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट में भगवान कामतानाथ का सपत्नीक दर्शन पूजन कर आरती उतारी और प्रदेश की खुशहाली की प्रार्थना की। उन्होंने कामदगिरि पर्वत की प्रदक्षिणा भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री परिक्रमा पथ में पड़ने वाले मंदिरों में भी गए और वहां भी सपत्नीक दर्शन कर मत्था टेका। वे परिक्रमा लगाने आए श्रद्धालुओं से भी मिलते रहे। उन्होंने भजन कीर्तन करने वाली मंडलियों के सदस्यों से भी बात की। इस मौके पर नगरीय विकास और आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, पशुपालन और डेयरी विभाग राज्य मंत्री लखन पटेल, विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार भी उपस्थित रहे। बोले- सरकार के साथ समाज की सहभागिता भी जरूरी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्री राम का अयोध्या में गर्भ गृह में प्रवेश के बाद सनातन धर्मियों का सैकड़ों वर्षों का संघर्ष समाप्त हुआ है। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में जिस समय अयोध्या में भगवान श्री राम गर्भ गृह में विराजित हुए थे। उस दृश्य को लगभग दो सौ देशों में सनातन धर्मियों ने देखा। सच्चे अर्थों में दीपावली उसी दिन मनाई गई थी। उन्होंने कहा- मैं सपरिवार आज चित्रकूट धाम दर्शन करने आया हूं। जहां भगवान श्री राम ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय भगवान श्री कामदगिरि के सानिध्य में व्यतीत किया था।चित्रकूट में भगवान के वनवास काल की कई स्मृतियां भी है। तीर्थों का अपना एक अलग ही अलौकिक आनंद होता है। इसीलिए, मैं जहां भी तीर्थों में जाता हूं, रात्रि विश्राम करने की कोशिश करता हूं। कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा की आज पूरे भक्ति भाव से कामता नाथ जी की पूजा अर्चना कर कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा भी लगाई और रात्रि विश्राम भी किया। सीएम ने कहा कि प्रभु श्रीराम से प्रार्थना कर आशीर्वाद मांगा कि हम उनके मनोभाव अनुसार शासन चला सकें। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के साथ त्योहार मनाने के क्रम में इस बार गोवर्धन पूजा भी सभी मिलकर मनाएंगे। क्योंकि, समाज के साथ मिलकर सरकार के काम करने से योजनाओं का क्रियान्वयन अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में करोड़ों तीर्थ यात्री आते हैं, उनके लिए बेहतर व्यवस्थाएं करने का प्रयास किया जा रहा है। हमने महाकाल सहित 13 अलग-अलग तीर्थ क्षेत्रों में विकास किया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने उज्जैन के महाकाल मंदिर सहित 13 अलग अलग तीर्थ क्षेत्रों में विकास के कामों को प्रारंभ किया है। चित्रकूट में विकास प्राधिकरण की स्थापना करते हुए विकास कार्यों को प्रारंभ किया गया है। शीघ्र ही महाकाल मंदिर की तरह यहां का भी विकास किया जाएगा। उन्होंने देश-प्रदेश की जनता को दीपावली के पावन पर्व की बधाई भी दी।