भिंड जिले की जनपद गोहद की शेरपुर पंचायत में वित्तीय अनियमितताओं के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पंचायत के ग्राम रोजगार सहायक (जीआरएस) शैलेंद्र सिंह तोमर को बिना मौके पर कार्य किए फर्जी मस्टर रोल डालने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। जिला पंचायत के सीईओ जगदीश गोमे ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। जीआरएस तोमर के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने शेरपुर में जीआरएस के दायित्व और बकनासा पंचायत के सचिव प्रभार के दौरान अनियमितताएं की, जिसके चलते उन्हें बर्खास्त किया गया। वहीं, शेरपुर के सचिव चिम्मन सिंह भदौरिया के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही, प्रशासन ने शेरपुर और बकनासा पंचायत के सरपंच, सचिव और जीआरएस से समान वसूली करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में करीब 50 लाख रुपए की वसूली की जानी है, और इस राशि को दोषियों द्वारा जमा करना अनिवार्य किया गया है। अगर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी निर्धारित समय में राशि जमा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिला पंचायत सीईओ जगदीश गोमे ने चार माह पूर्व ही शेरपुर के जीआरएस और सचिव को जिला पंचायत में अटैच कर दिया था। अब राशि जमा न होने पर बकनासा और शेरपुर के सरपंचों को पद से प्रथक करने की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है।।