गुना में पदस्थ उप संचालक कृषि पूर्व CM के सामने कांग्रेस शासन की तारीफ करते नजर आए। पूर्व CM ने उनसे पूछा कि दस साल तक वह CM रहे, उस समय खाद वितरण में कोई दिक्कत आई क्या। इस पर DDA ने कहा कि नहीं, उस समय कोई दिक्कत नहीं आई। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को गुना पहुंचे थे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद वह नानाखेड़ी मंडी स्थित डबल लॉक खाद वितरण केंद्र पर पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से चर्चा की। साथ ही खाद वितरण की पूरी प्रक्रिया को भी जाना। इस दौरान पूर्व CM ने कहा कि इस सरकार ने सहकारिता आंदोलन को ध्वस्त कर दिया है। डबल लॉक स्थित वितरण केंद्र पर कृषि अधिकारी से पूर्व CM ने जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने DDA से पूछा कि जिले में खाद की जो रैक आती है, उसका अलॉटमेंट कैसे किया जाता है। तब DDA ने बताया कि 25 प्रतिशत निजी और 75 प्रतिशत सरकारी वितरण कैंड रके लिए अलॉटमेंट होता है। सरकारी 75 प्रतिशत में से 40 प्रतिशत सोसाइटी, 5 प्रतिशत एमपी एग्रो को जाता है। बाकी का 30 प्रतिशत मार्कफेड गोदाम पर जाता है। इसी दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे भी 10 साल मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके कार्यकाल में 100 प्रतिशत खाद सोसाइटी पर जाता था। वहीं से किसानों को दिया जाता था। दो महीने पहले ही खाद का भंडारण हो जाता था। उन्होंने कृषि अधिकारी से पूछा कि दस साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा, उस समय आप क्या थे। DDA ने बताया कि वह ADA थे और आरोन में ही पदस्थ थे। दिग्विजय सिंह ने पूछा कि DDA साहब, दस साल में खाद वितरण में कोई दिक्कत आई थी क्या। इस पर DDA ने कहा कि नहीं सर, इतनी भी दिक्कत नहीं थी। पूर्व CM न कहा कि इतनी भी नहीं, पूरी 100% सहकारी समिति पर जाती थी, वहां प्राइवेट को हम देते नहीं थे। इस पर DDA ने कहा कि जी सर। अधिकारियों पर जताई नाराजगी
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को शहर की नानाखेड़ी मंडी में खाद वितरण केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर वह भड़क गए। उन्होंने प्रशासन द्वारा बनाई गई खाद वितरण व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। तब वहां केवल उपसंचालक कृषि विभाग मौजूद थे। न तो वितरण केंद्र के प्रभारी आए थे और न ही डिप्टी रजिस्ट्रार कॉपरेटिव सोसाइटी आए थे। दिग्विजय सिंह ने पूछा कि DR कौन हैं। तो कृषि अधिकारी ने बताया कि जैन साहब हैं। वो अभी आए नहीं हैं। फिर उन्होंने वितरण केंद्र के प्रभारी के बारे में पूछा, तो पता चला कि वो भी अभी तक नहीं आए। इसी बात पर दिग्विजय सिंह नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि – DR से कम से कम हमारी तरफ से प्रार्थना कर दीजिए कि 11:30 बजे कलेक्टर से मेरी मीटिंग है। वे कम से कम वहां समय से आ जाएं। इस तरह से आप हम लोगों को इतना हल्के में मत लिया कीजिए। मैं जब आ रहा हूं तो आपको तो मालूम होना चाहिए न। क्या जवाबदारी है आपकी। क्या आपके DMO साहब को नहीं आना चाहिए। तो कहां हैं वो।