महर्षि सेंटर फॉर एजुकेशनल एक्सीलेंस लांबाखेड़ा में चल रहे राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को कार्यक्रम का समापन किया गया। जिसकी शुरुआत गुरु पूजन एवं अतिथियों के सम्मान के साथ हुई। इस अवसर पर शाला के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए नृत्य की प्रस्तुति दी गई। समापन अवसर पर प्रश्न मंच का अंतिम चरण हुआ, जिसमें छह टीमों में से सर्वश्रेष्ठ चार टीमें शामिल हुई। संस्कृत वाद विवाद प्रतियोगिता एवं प्रश्न मंच का उपविजेता का पुरस्कार महर्षि सेंटर फॉर एजुकेशनल एक्सीलेंस को प्राप्त हुआ। इस मौके पर सुबह योगिक उड़ान का भी आयोजन महर्षि ध्यान कक्ष में किया गया। भारतीय सेंटर फॉर एजुकेशन महोत्सव का समापन महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के अध्यक्ष के उद्बोधन से हुआ, जिसके अंतर्गत उन्होंने कहा जब हम आत्मा में स्थित होंगे तब हम आत्मनिर्भर होंगे।साथ ही उन्होंने महर्षि अंतर्राष्ट्रीय ललित कला अकादमी की स्थापना की घोषणा की। इसके अंतर्गत संगीत, गायन, वादन, नृत्य और नाट्य की शिक्षा दी जाएगी। इस महर्षि अकादमी में जो विद्यार्थी आगे पढ़ना चाहते हैं उन्हें बहुत अच्छी छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस अकादमी की शुरुआत 12 जनवरी भोपाल से की जाएगी। बाद में उसे अलग-अलग क्षेत्रों में स्थापित करेंगे। छात्रों को वैश्विक नेता बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने वैदिक परंपरा को निभाते हुए सभी महर्षि परिवार के सदस्यों एवं छात्रों के उज्जवल भविष्य एवं उन्नति की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर महर्षि सेंटर फॉर एजुकेशनल एक्सीलेंस की प्राचार्य द्वारा आभार व्यक्त किया गया। प्रतियोगिताओं के बाद महोत्सव का समापन पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया । जैसे संस्कृत वाद विवाद प्रतियोगिता एवं प्रश्न मंच का उपविजेता का पुरस्कार महर्षि सेंटर फॉर एजुकेशनल एक्सीलेंस को प्राप्त हुआ। योगिक उड़ान योगिक उड़ान एक अभ्यास है जो मन और शरीर के समन्वय को दर्शाता है. यह अभ्यास मस्तिष्क के कामकाज में सुव्यवस्था और एकीकरण को बढ़ाता है, जब योगिक उड़ान का अभ्यास समूहों में किया जाता है, तो यह पूरे वातावरण में सकारात्मकता और सामंजस्य फैलाता है।