बुरहानपुर में भाजपा पार्षदों ने शुक्रवार को नगर निगम अध्यक्ष अनीता यादव के खिलाफ कलेक्टर भव्या मित्तल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने अध्यक्ष को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। भाजपा पार्षदों का आरोप है कि अनीता यादव ने कांग्रेस पार्षद दल के दबाव में आकर नगर निगम के साधारण सम्मेलन को स्थगित किया। ये है पूरा मामला-
21 अक्टूबर को हुए साधारण सम्मेलन को अनीता यादव ने स्थगित कर दिया। इसके बाद सत्तापक्ष की ओर से सम्मेलन कराने और बजट पेश करने का मामला उठने लगा। कांग्रेस पार्षद दल ने इस पर दो दिन पहले कलेक्टर को शिकायत की थी। गुरुवार को उन्होंने एसपी से एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। भाजपा पार्षदों ने कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में लिखा है कि ये पहली बार नहीं है, जब निगम अध्यक्ष ने सम्मेलन स्थगित किया है। उन्होंने कहा 28 अगस्त को हुए सम्मेलन में एक कांग्रेस पार्षद ने महापौर के खिलाफ असंसदीय भाषा का प्रयोग किया था, जिसके बाद सम्मेलन बिना किसी तिथि के स्थगित कर दिया गया था। ‘अध्यक्ष को सही तरीके से कर्तव्यों का पालन करना चाहिए’
पूर्व महापौर अतुल पटेल ने कहा कि अध्यक्ष को अपने कर्तव्यों का पालन सही तरीके से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब से अनीता यादव अध्यक्ष बनी हैं, तब से वो सदन में उचित निर्णय लेने में असमर्थ रही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अध्यक्ष का पद संविधान के अनुसार चलाना चाहिए। अगर हंगामा बढ़ता है, तो सम्मेलन को तीन दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है, लेकिन उन्होंने बिना कारण के इसे 5 नवंबर तक स्थगित कर दिया। ‘संवैधानिक अस्थिरता फैल रही है’
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज माने ने कहा कि नगर निगम अध्यक्ष ने अपना विश्वास खो दिया है और उनके आचरण के कारण संवैधानिक अस्थिरता फैल रही है। उन्होंने मांग की कि अनीता यादव को उनके पद से मुक्त किया जाए और निगम में संविधान के अनुसार कार्य किया जाए। इस दौरान पार्षद भारत कुमार इंगले, पदमा गणेश वारूड़े, स्वाति हेमेंद्र महाजन, सरला अशोक महाजन, महेंद्र इंगले, नितेश दलाल, रिजवाना बानो, रोयान बानो सहित अन्य पार्षद भी मौजूद थे।