9 टुकड़ों में मिली ओएफके कर्मचारी की लाश:जबलपुर ब्लास्ट के प्रत्यक्षदर्शी बोले- चारों तरफ धुआं ही धुआं था; जिसे जहां रास्ता मिला, भागा

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जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया (OFK) में हुए ब्लास्ट में मारे गए कर्मचारी एलेक्जेंडर टोप्पो का शव कई टुकड़ों में मिला है। साथी कर्मचारियों ने 50 मीटर एरिया में फैले इन टुकड़ों को समेटा। प्रत्यक्षदर्शी कुमार गौतम और संजय यादव ने जब दैनिक भास्कर को इस दिल दहलाने वाले मंजर के बारे में बताया तो उनके आंसू छलक गए। हादसे की जांच हाई लेवल कमेटी करेगी, जिसे फैक्ट्री के महाप्रबंधक आरके गुप्ता लीड करेंगे। उप महाप्रबंधक सीपी फुलकर, कार्य प्रबंधक पंकज शर्मा और सेफ्टी ऑफिसर कैलाश इस कमेटी का हिस्सा हैं। टीम को जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार कर प्रबंधन को सौंपने के आदेश दिए गए हैं। रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार सुबह सीएमडी देवाशीष बैनर्जी पुणे से जबलपुर पहुंचे। वे घटनास्थल का निरीक्षण कर मंत्रालय को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। दरअसल, ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया के एफ-6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर 200 में मंगलवार सुबह ब्लास्ट हो गया था। इसमें दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी जबकि 10 से ज्यादा झुलस गए। इनमें से दो की हालत नाजुक है। जानिए, प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी हादसे की पूरी कहानी… चारों तरफ धुआं ही धुआं था, पूरी बिल्डिंग धराशाई हो गई
संजय यादव ने बताया- सुबह के करीब 10 बजकर 20 मिनट हुए थे। हम लोग बम रीफिलिंग के लिए उसे खोल रहे थे। पानी पीने के लिए मैं बिल्डिंग से बाहर निकला ही था कि अचानक ब्लास्ट हो गया। थोड़ी देर के लिए आंखों के सामने अंधेरा छा गया। अंधेरा छंटा तो दो साथी गंभीर रूप से झुलसे दिखे। ब्लास्ट से एलेक्जेंडर के शरीर के चिथड़े उड़ गए। बॉडी कहां गई, कुछ पता नहीं चल पाया। दूसरे साथी रणधीर ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। श्याम लाल की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है। 100 मीटर तक फैली बिल्डिंग पलक झपकते ही धराशाई हो गई। धमाके के बाद जिसे जहां रास्ता मिल रहा था, वो वहां दौड़ लगा रहा था। कुछ लोगों ने खिड़की से निकलकर जान बचाई। जिस बिल्डिंग में ब्लास्ट हुआ, वह पूरी तरह से मलबे में बदल गई। बगल वाली बिल्डिंग में काम करने वाले कर्मचारी भी अपनी-अपनी जान बचाकर भागे। एफ-6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर 201 में काम करने वाले कर्मचारी कुमार गौतम ने कहा- जैसे ही ब्लास्ट हुआ, सभी लोग भागने लगे। मैं भी भीड़ के साथ भागा। घबराहट में जमीन पर गिर गया। चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। एलेक्जेंडर को उत्कृष्ट​​ कार्य का पुरस्कार दिया था
एलेक्जेंडर टोप्पो के शव के टुकड़े घटनास्थल से करीब 50 मीटर दूर बाउंडरी किनारे मिले। साथी कर्मचारियों ने हाथ, पीठ और कमर के 9 टुकड़े अलग-अलग स्थानों से उठाए। सिर और पैर अभी भी नहीं मिले हैं। एलेक्जेंडर को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने पुरस्कार भी दिया था। एलेक्जेंडर का बुधवार दोपहर बिलहरी कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया। घायलों को 5 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया
ब्लास्ट के बाद फैक्ट्री में मौजूद अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे घायल लोगों को 5 एंबुलेंस से इलाज के लिए ओएफके अस्पताल पहुंचाया। पहली एंबुलेंस से श्यामलाल, रणवीर और चंदन अस्पताल पहुंचे। हालत नाजुक होने के कारण तीनों को ओएफके अस्पताल से निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसी सेक्शन में 2022 में भी हुआ था ब्लास्ट
OFK में सितंबर 2022 में भी एरियल बम की फीलिंग के दौरान बारूद में विस्फोट हो गया था। इसमें 6 कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए थे। नंदकिशोर सोनी को एयर एंबुलेंस से इलाज के लिए मुंबई ले जाया गया था। यहां 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री में ब्लास्ट, दो कर्मचारियों की मौत:10 से ज्यादा झुलसे जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया (OFK) में मंगलवार सुबह भीषण ब्लास्ट हो गया। इसमें दो कर्मचारियों की मौत हो गई। 10 से ज्यादा झुलस गए हैं। दो की हालत नाजुक है। ब्लास्ट फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर 200 में हुआ। जानकारी के मुताबिक, एफ-6 सेक्शन में बम फिलिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान हाइड्रोलिक सिस्टम में ब्लास्ट हो गया। पूरी खबर पढ़ें