विदिशा जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है, जिसमें करोड़ों रुपए की सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं। लोगों ने बेस नदी से ढोल खेड़ी चौराहे के बीच के नाले पर कब्जा कर लिया गया था। बुधवार को तहसीलदार अमित सिंह के नेतृत्व में राजस्व और नगर पालिका का अमला बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। बता दें कि विदिशा सहित जिले में अतिक्रमणकारियों ने सरकारी जमीनों पर कब्जा करके पक्के अतिक्रमण कर रहे थे, तो वहीं अतिक्रमणकारियों ने चरनोई की जमीन और नालों को भी नहीं छोड़ा था। बेस नदी से ढोल खेड़ी चौराहे के बीच के नाले पर कब्जा कर लिया था। कई लोगों ने पक्के अतिक्रमण कर लिए तो वहीं, कई कॉलोनी ने कब्जा करके रास्ता बना लिया था। लोगों ने इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने नाले के ऊपर से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे, जिसको लेकर राजस्व के अमले ने दो दिन पहले मौके का मुआयना करके अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए थे। बुधवार को राजस्व और नगर पालिका का अमला बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा और नाले की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान तहसीलदार अमित सिंह और नायब तहसीलदार ने बेस नदी से ढोल खेड़ी तक डेढ़ किलोमीटर नाले का जायजा लिया। उन्होंने देखा कि कई जगह लोगों ने पक्के अतिक्रमण कर रखे हैं। तहसीलदार अब अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करवा रहे हैं। 10 हजार स्क्वायर फीट पर था अतिक्रमण तहसीलदार डॉ अमित सिंह ने बताया कि बेस नदी से ढोल खेड़ी तक एक नाला है, जिस पर कई कॉलोनी वालों ने अतिक्रमण कर लिया था। लगभग 10 हजार स्क्वायर फीट नाले की जमीन पर अतिक्रमण है, जिसकी कीमत लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए है। उन्होंने बताया कि नाले की जमीन के ऊपर पक्के अतिक्रमण है, उनको नोटिस जारी किए गए है। चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई करके नाले को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।