उपेक्षा और मांगों-समस्याओं का निराकरण न होने से नाराज कर्मचारी शुक्रवार को राज्य सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। मध्य प्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने प्रदर्शन का आव्हान किया है, जिसमें भोपाल के कर्मचारी शामिल होकर नारेबाजी करेंगे। मोर्चा ने संबद्ध सभी कर्मचारी संगठनों का आव्हान किया है कि वे प्रदर्शन में शामिल होकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। संयुक्त मोर्चा भोपाल के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने बताया कि 7% महंगाई भत्ता और महंगाई राहत (जनवरी 2024 से 4% और जुलाई 2024 से 3% प्रतिशत) एरियर सहित देने, अनुकंपा नियुक्ति में सीपीसीटी समाप्त करने, लिपिकों की ग्रेड-पे में विसंगति दूर कर मंत्रालय के समान करने, पदोन्नति शुरू करने, सातवें वेतनमान के अनुसार वाहन एवं गृहभाड़ा भत्ता देने, संविदा एवं स्थाईकर्मियों को नियमित करने, आउटसोर्स प्रथा बंद करने को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है। तिवारी कहते हैं कि यह तो आगाज है। इस प्रदर्शन के बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की मांगों और समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। 25 अक्टूबर के प्रदर्शन में इस पर भी बात की जाएगी और जरूरी हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान भी किया जाएगा। तिवारी ने सतपुड़ा भवन के सामने होने वाले इस प्रदर्शन में सभी विभागीय समिति अध्यक्षों से कर्मचारियों के साथ उपस्थित होने की अपील की है।