इंदौर आरटीओ ऑफिस में सभी काम ऑनलाइन किए जा रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन काम शुरू होने से अब लोगों के साथ-साथ अधिकारियों को भी परेशानी हो रही है। सबसे ज्यादा समस्या लाइसेंस बनाने में आ रही है। इंदौर आरटीओ ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार, लाइसेंस के सर्वर ‘सारथी’ में बीते दो हफ्तों से काफी परेशानी हो रही है। लाइसेंस का सर्वर अचानक चलते-चलते बंद हो जाता है, जिससे लगभग तीन हजार लाइसेंस अटके हुए हैं। इसके कारण आवेदक और आरटीओ के अधिकारी, दोनों परेशान हैं। सिर्फ कुछ समय ही काम कर पा रहा सर्वर आरटीओ का सारा काम लगभग दो साल से केंद्र सरकार के ‘सारथी’ सर्वर पर किया जा रहा है, और तभी से यह समस्या आ रही है। कभी-कभी सर्वर ठीक चलता है, तो कभी किसी महीने समस्या उत्पन्न होती है। एजेंटों का कहना है कि इस महीने की शुरुआत से ही लाइसेंस से संबंधित कार्यों के लिए ‘सारथी’ सर्वर ठीक से काम नहीं कर रहा है। यह न तो पूरी तरह से बंद है, और न ही ठीक से काम कर रहा है। दिनभर में सिर्फ कुछ समय के लिए यह ठीक से काम करता है। इसके लिए परिवहन विभाग के अधिकारी, एजेंट और आवेदक दिनभर सिस्टम के चालू होने का इंतजार करते रहते हैं। सर्वर काम करता हुआ दिखते ही आवेदक आवेदन करने लगते हैं, लेकिन कुछ समय बाद सर्वर फिर क्रैश हो जाता है। इसके कारण रोज़ाना आवेदकों के पैसे कट जाते हैं, पर काम नहीं हो पाता। दो हफ्ते में तीन हजार से ज्यादा लाइसेंस अटके आरटीओ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दो हफ्तों से लगभग तीन हजार लाइसेंस अटके हुए हैं। इनमें नए लर्निंग और पक्के लाइसेंस के साथ-साथ नवीनीकरण (रिन्युअल), करेक्शन जैसे सभी लाइसेंस से संबंधित कार्य शामिल हैं। एजेंटों का कहना है कि यदि कोई लाइसेंस किसी भी चरण में अटक जाता है, तो आवेदक को मजबूरन आरटीओ ऑफिस आना पड़ता है। यहां पर भी यही बताया जाता है कि सर्वर काम नहीं कर रहा है। इस पूरे मामले को लेकर आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि मुख्यालय में शिकायत की गई है और वहां से समस्या के स्थायी समाधान की बात कही जा रही है।