शुक्रवार को जिले के खिरकिया तहसील मुख्यालय की कृषि उपज मंडी में किसानों की समस्याओं को लेकर किसान कांग्रेस ने धरना देकर प्रदर्शन किया। वहीं ग्यारह सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार राजेंद्र पंवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। धरने में विधायक डॉ. आर के दोगने, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेशाध्यक्ष, किसान कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई, जिला उपाध्यक्ष सूरजसिंह राजपूत, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शंकर सिंह सोलंकी, किसान कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष मायाराम यादव ने संबोधित किया। विधायक दोगने बोले- खाद की कालाबाजारी हो रहीं इस दौरान विधायक दोगने ने कहा कि किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक बिना परेशानी के खाद उपलब्ध कराई जाए। सभा को संबोधित करते हुए हेमंत टाले ने कहा कि किसानों का मंडियों में शोषण हो रहा है। वहीं खाद की कालाबाजारी हो रहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने मंडी, नहरों और सहकारी समितियों के चुनाव 12 साल से नहीं कराए हैं। जहां-जहां किसानों के प्रतिनिधि बैठते हैं, वहां के चुनाव ही नहीं करा रहे हैं, ताकि किसानों की कोई बात ना हो सके। मांगे नहीं मानने पर उग्र आंदोलन करेगी कांग्रेस किसान कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन बिश्नोई ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है, तो किसान कांग्रेस किसानों के साथ उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि मंडियों में किसानों को लूटा जा रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मंडियों में किसानों की उपज समर्थन मूल्य से नीचे नहीं बिकना चाहिए। लेकिन, किसानों को एक हजार रुपए प्रति क्विंटल के घाटे से मक्का और सोयाबीन बेचना पड़ रहा है। क्योंकि, किसानों को खाद बीज लेने की सख्त जरूरत है। धरने में विधायक प्रतिनिधि दुर्गादास पाटिल, जय नारायण सारण, संतोष बेनीवाल, भूपेंद्र राजपूत, राम बेनीवाल, राकेश पाराशर, गोरी शंकर शर्मा, राहुल पटेल, कमल सिंह राजपूत सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहें।