होशंबागाद रोड का 30% ट्रैफिक डीआरएम तिराहे पर शिफ्ट:भोपाल में 8 महीने बाद खुला रास्ता; साकेतनगर-शक्तिनगर के लोगों को भी बड़ी राहत

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भोपाल के डीआरएम तिराहे का रास्ता खुलने से होशंगाबाद रोड का करीब 30% ट्रैफिक यहां शिफ्ट हो गया है। गुरुवार को रास्ते की बेरिकेडिंग पूरी तरह से हटा दी गई। यह रास्ता करीब 8 महीने बाद खुला है। इससे करीब 5 लाख आबादी को राहत मिली है। अब साकेत नगर और शक्तिनगर के अंदरुनी रास्ते से भी गाड़ियां नहीं गुजरेगी। वहीं, एम्स जाने के लिए राह आसान हो गई है। गुरुवार को पूरी तरह से रास्ता खुलने से दुकानदारों ने भी राहत की सांस ली है। रास्ता बंद होने से कारोबार खासा प्रभावित हो रहा था। कइयों ने तो दुकानें बंद कर दी थी, क्योंकि यहां इक्का-दुक्का ग्राहक ही पहुंच रहे थे। ऑटो चालक मो. महफूज अली ने बताया, रास्ता खुलने से बड़ी राहत मिली है। अब ज्यादा फेरा नहीं लगेगा। इससे यात्रियों से भी कम किराया वसूलेंगे। रास्ता खुलने से यह फायदा भी इसलिए बंद किया गया था रास्ता
डीआरएम तिराहे पर मेट्रो ने 200 टन वजनी कंपोजिट स्टील ब्रिज की लॉन्चिंग की गई है। इस वजह से मार्च से ही रास्ते पर बेरिकेडिंग कर दी गई थी। जिससे लोग होशंगाबाद रोड होते हुए गुजर रहे थे। रास्ता खुलने से करीब 5 लाख आबादी को आने-जाने में बड़ी राहत मिल गई है। यहां से होशंगाबाद रोड की कॉलोनी, अवधपुरी, बीडीए, एम्स, अलकापुरी, साकेतनगर, रोहितनगर, अमरावतखुर्द समेत सैकड़ों कॉलोनी जुड़ी हैं। 8 महीने से 7Km तक का ज्यादा फेरा
डीआरएम तिराहे की सड़क आईएसबीटी से वीर सावरकर ब्रिज के नीचे से होते हुए होशंगाबाद रोड को जोड़ती है, लेकिन यह बंद होने से लोगों को करीब सात किलोमीटर का फेरा लगाना पड़ रहा था। एक बच्चे की मौत भी हो चुकी ऊपर से मेट्रो, नीचे से गुजरेंगी गाड़ियां
RKMP (रानी कमलापति) रेलवे स्टेशन के पास हबीबगंज नाके से डीआरएम स्टेशन के बीच 2 स्टील ब्रिज से मेट्रो गुजरेगी। 4 सितंबर को 3 घंटे के अंदर रेलवे ट्रैक पर पिलर के ऊपर 65 मीटर लंबा और 400 टन वजनी ब्रिज का स्ट्रक्चर रख दिया गया था। वहीं, तिराहे के 200 टन वजनी और 48 मीटर लंबे कंपोजिट ब्रिज को भी रख दिया है। इसके नीचे से गाड़ियां और ऊपर से मेट्रो ट्रेन गुजरेगी।