चिटफंड कंपनी के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई:विदिशा में छापामार कर संदिग्धों को पकड़ा; पूछताछ जारी

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विदिशा में चिटफंड कंपनी भोले भाले लोगों को ज्यादा ब्याज का लालच देकर उनके करोड़ों रुपए लेकर भाग गई। लोगों ने वेतवांचल इंडिया निधि लिमिटेड द्वारा धोखाधड़ी करने की शिकायत की थी। जिस पर पुलिस के मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश में जुट गई है। छापामार कार्रवाई के दौरान कुछ संदिग्ध अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब उनसे पूछताछ में जुट गई है। बताया गया कि नीलेश राजपूत और उसके भाई बृजेश ने 2020 में कंपनी शुरू की थी।बेतवांचल इंडिया निधि लिमिटेड कंपनी के लगभग 200 एजेंटों के माध्यम से करीब 6 करोड़ से ज्यादा की राशि जमा कराई। इसके लिए विदिशा, रायसेन, सीहोर, अशोकनगर, सागर, भोपाल जिले के तहसील क्षेत्रों में कंपनी के ऑफिस खोले और 5 हजार से ज्यादा लोगों से कंपनी में निवेश करवाया है। पिछले 15 दिनों से कंपनी के ऑफिस मिलने पर लोगों को शक हुआ, जब उन्होंने जांच पड़ताल की तो पता चला कि बैंक उनकी मेहनत की कमाई लेकर भाग गई। इसके बाद दो दर्जन से ज्यादा लोग इकट्ठे होकर सिविल लाइन थाने पहुंचे जहां पर उन्होंने बैंक के डायरेक्टर के खिलाफ में शिकायत की, इसके साथ ही उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई वापस दिलाए जाने की मांग की। पुरनपुरा के रहने वाले एक शख्स ने बताया कि उन्होंने बेतवांचल लिमिटेड कंपनी में अपना खाता खुलवाया था। राकेश धाकड़ नाम का एजेंट उनसे ₹300 रोजाना और ₹2000 महीने लेता था, उनके बैंक के एक खाते में दो लाख और एक खाते में पचास हजार रुपए जमा हो चुके हैं। अब पता चला कि बैंक भाग गई है। बैंक का एजेंट और ना ही कोई अधिकारी उनको मिल रहे हैं। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करके रुपए वापस करने की मांग की।