नवरात्र का समापन, दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन आज:बड़ी प्रतिमाएं सागरताल के पास अस्थाई जलाशय में की जाएंगी विसर्जित

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ग्वालियर में नौ दिन माता की भक्ति के बाद अब वो समय आ गया है जब पंडालों में विराजी दुर्गा प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। शुक्रवार को दुर्गा नवमी है और जगह-जगह भंडारे हो रहे हैं। दोपहर बाद दुर्गा प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। शहर के बहोड़ापुर में सागर ताल के पास प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अस्थाई जलाशय बनाया गया है। यहां बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा अपने स्तर पर सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। जब बड़ी प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा तो यहां बड़े व हैवी वाहनों को रोका जाएगा। जिससे किसी भी तरह की कोई परेशानी न आए। ग्वालियर शहर में दुर्गा माता की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए सागर ताल पर अस्थाई जलाशय बनाया गया है। जलाशय पर प्रतिमा विसर्जन की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्देश दिए हैं कि व्यवस्थाएं ऐसी हों जिससे सुविधाजनक तरीके से सभी प्रतिमाओं का विसर्जन हो सके। साथ ही श्रद्धालुओं को भी कोई परेशानी न हो। उन्होंने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे धैर्यपूर्वक व श्रद्धा भाव के साथ व्यवस्था में लगे कर्मचारियों का सहयोग करते हुए प्रतिमाओं का विसर्जन करें।
दोपहर बाद शुरू होगा प्रतिमाओं का विसर्जन
शुक्रवार को दुर्गा नवमी पर जगह-जगह भंडारे होंगे और दोपहर बाद ही प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। बड़ी प्रतिमाएं शाम तक ही पहुंचेंगी। शाम के समय शहर के ट्रैफिक और विसर्जन के लिए आने वाली प्रतिमाओं के चलते सागर ताल रोड पर ट्रैफिक जाम के हालात बनेंंगे। इसलिए पुलिस ने ट्रैफिक काे कंट्रोल करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
वीरपुर बांध में विसर्जन नहीं करने की अपील
श्रद्धालुओं से यह भी आग्रह किया गया है कि वे दुर्गा माता की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए वीरपुर बांध पर न जाएं। इस बांध पर विसर्जन का घाट नहीं है, जिससे वह असुरक्षित है। सागर ताल पर बनाए गए अस्थाई जलाशय में ही सुरक्षित तरीके से प्रतिमाओं का विसर्जन करें। तैयारियों को लेकर गुरुवार को SDM अतुल सिंह एवं अपर आयुक्त मुनीश सिंह सिकरवार ने अस्थाई जलाशय पर पहुंचकर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया। उन्होंने अस्थाई जलाशय के मार्ग एवं जलाशय पर विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संकेतक व बैनर लगाये जाएं। साथ ही प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था पुख्ता रहे।