हमारे बच्चों को आध्यात्मिक शिक्षा जरूरी:कथावाचक श्रीहरे कृष्ण दास महाराज ने कहा- असली माता-पिता वही जो बच्चों को बचपन से ही धार्मिक शिक्षा दें

Uncategorized

दमोह शहर के घंटाघर के पास श्री देव जानकी रमण बूंदाबहू मंदिर में इन दोनों श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। श्री धाम वृंदावन से आए प्रमुख कथावाचक आचार्य श्री-हरे कृष्ण दास ब्रह्मचारी ने सृष्टि का विस्तार, ब्रह्मा जी की उत्पत्ति, बाराह और कपिल अवतार, सती चरित्र और ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा- माता-पिता को बचपन से ही अपने बच्चों को आध्यात्मिक शिक्षा देनी चाहिए। ध्रुव जी सभी बच्चों के लिए आदर्श स्थापित करते हैं। भगवान भी केवल भाव पर रीझते हैं। एक छोटे से बालक को भगवत दर्शन हो गए। समाज में फैल रहे कुकर्मों का मूल यही है कि बच्चों को आध्यात्मिकता की ओर नहीं मोड़ा जा रहा। आधुनिक युग के उपकरणों में बिजी बच्चे अपने जीवन के मकसद से भटकते जा रहे हैं। उन्होंने कहा- धरती पर ईश्वर ने जो अवतार लिए हैं। हमारे बच्चे उनके कुछ अंश का भी अनुसरण करने लगे तो उनका जीवन धन्य और सफल हो जाएगा। ये कथा 5 अक्टूबर से शुरू हुई है। जो 11 अक्टूबर तक चलेगी।