विधायक निर्मला सप्रे कांग्रेस के मैंडेट पर चुनाव जीतकर 5 मई को राहतगढ़ में मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा में भाजपा में शामिल हो गई थीं। भाजपा ज्वाइन करते ही तय हो गया था कि विधायक को जल्द कांग्रेस से त्याग पत्र देना होगा। लेकिन 150 दिन बीत जाने के बाद भी उन्होंने न तो कांग्रेस से इस्तीफा दिया है और न आधिकारिक तौर पर भाजपा ज्वाइन की है। राजनीतिक मंच और व्यक्तिगत रूप से वह कई दफा यह बोल चुकी हैं कि मैं जल्द त्याग पत्र दे रही हूं। चर्चा यह भी है कि विधानसभा की जनता का रुख देखकर उन्हें उप चुनाव का सामना करने में डर लग रहा है। इसीलिए चुनावी शंखनाद से पहले वह जमीन मजबूत करने में लगी हैं। उन्हें पूरा विश्वास हो जाएगा कि चुनावी समीकरण उनके पक्ष में हैं तभी वह त्यागपत्र देने का साहस जुटा पाएंगी। इसके चलते वह त्याग पत्र देने से बच रही हैं। सीधी बात – विधायक निर्मला सप्रे इसी महीने त्यागपत्र देना है
कांग्रेस पार्टी छोड़े आपको 150 दिन हो चुके हैं, आपने अब तक त्याग पत्र क्यों नहीं दिया?
-हम जल्द त्याग पत्र देने वाले हैं।
पहले भी कई दफा बोल चुकी हैं, लेकिन त्याग पत्र नहीं दिया?
– नहीं, इस बार मुझे इसी महीने में त्याग पत्र देना है।
तो क्या आप तारीख बता सकती हैं कि कब त्याग पत्र देंगी?
– तारीख तय नहीं है, लेकिन मुझे त्याग पत्र इसी महीने में देना है।