बालाघाट के घने जंगलों में 16 किलोमीटर रोड बनकर तैयार:सर्पीली सड़क सैलानियों को कराएगी सैर; नक्सल सुरक्षा, पर्यटन और व्यापार को मिलेगी मजबूती

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बालाघाट जिले के बिठली, हर्रानाला, दुगलई और भरतपुर तक 16 किलोमीटर की सड़क जिले में नक्सल सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। जंगल में रहने वाले आदिवासियों के लिए इस सड़क को जीवन रेखा के रूप देखा जा रहा है। इस सड़क से नक्सल सुरक्षा में पुलिस को बड़ी मदद तो मिलेगी ही लेकिन पर्यटन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार को भी फायदा होगा। पुलिस द्वारा आरसीपीएलडब्ल्यूईए से तैयार किए गए प्रस्ताव के बाद इस सड़क का काम पूरा हो गया है। खास बात यह है कि यह सड़क जिले के उत्तरी क्षेत्र बैहर को दक्षिण क्षेत्र यानी किरनापुर, लांजी को सीधे जोड़ती है। जिसके चलते इस सड़क को जिले का दक्षिण द्वार बताया जा रहा है। इसके साथ ही गोंदिया, दुर्ग और राजनांदगांव भी सीधे इससे जुड़ गए है। यह सड़क दो विधानसभाओं, बैहर विधानसभा के हर्रानाला से प्रारंभ होकर खड़ी पहाड़ी और अत्यंत दुर्गम जंगल के बीच की दूरी तय करते हुए लांजी विधानसभा के दुगलई पहुंचती है। एमपीआरआरडीए के सहायक प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि आरसीपीएलडब्ल्यूईए मद से निर्मित 16 किमी की यह सड़क बड़ी कठिन रही है। इस मार्ग में एक बड़ी और खड़ी चढ़ाई को तोड़ना इतना आसान नही था। इस मार्ग में 1200 मीटर में ही 8 शार्प टर्न है। यहां से गुजरने वाले लोगों को सूझबूझ से काम लेना होगा। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के पर्यटकों के लिए भी सीधा संपर्क मार्ग उन्होंने बताया कि यह सड़क महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के पर्यटकों के लिए सीधा संपर्क कान्हा टाइगर नेशनल पार्क के अलावा गोदरी, घोघरा और देवनदी के झरने से जुड़ जाएगा। एमपीआरआरडीए के महाप्रबंधक गजेंद्र लारिया ने बताया कि सड़क निर्माण से पूर्व दुगलई, भगतपुर और दो राज्यों के पर्यटकों को बैहर जाने के लिए बालाघाट की ओर से जाना पड़ता था। जो लगभग 80 किमी. दूर है। 80 किमी.बालाघाट की ओर से घूमकर जाना मजबूरी थी। वहीं दुगलई के लोगों को अपनी ही पंचायत बिठली जाने के लिए 5.50 कोस चलकर जाना पड़ता था, जो अब सीधे कम पहुंच सकेंगे, इससे दूरी तो कम हुई ही है, आर्थिक भार भी कम आएगा। यह सड़क बैहर से लांजी, किरनापुर और अन्य क्षेत्र को जोड़ती है। सड़क बनने से लोगों के चेहरे खिले क्षेत्रीय सरपंचों और लोगों ने इस सड़क को लेकर खुशी जाहिर की है। इस सड़क से बिठली, हर्रानाला, लूद, सारद, पाथरी, आमानाला, बमनी, कोंगेवानी, हर्राटोला, मंडवा, माड़ी, डोंगरिया, लातरी, कुर्रेझोडी, जालदा, लिमोटी, नवही, हिर्री, भिररी और नारंगी गांवों के लोगो का संपर्क इसी सड़क से होने लगा है। इस सड़क से बिठली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा उप स्वास्थ्य केंद्र लूद तक लातरी, आमानाला और लिमोटी के मरीज आसानी से पहुंच सकेंगे।