भिंड में बरासो थाना क्षेत्र के सायना गांव में पूर्व जनपद सदस्य कमलेश व्यास के बेटे संतोष व्यास को गोली लगने से मौत हो गई। गोली युवक के सिर में लगी थी। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है। रविवार को संतोष के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम से पहले पुलिस ने बारीकी से शव को देखा और पंचनामा भी तैयार किया। शव परीक्षण के दौरान गोली दाएं ओर से लगी या बाएं ओर।इस बात पर जांच करने के दौरान विवेचना अधिकारी कंफ्यूज हुए। इस पर फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम की मदद पोस्टमार्टम हाउस में ली गई। इसके बाद आगे की जांच जारी रखी गई। शाम को कुएं के पास बैठा था संतोष दरअसल, मामला यह है कि शनिवार की शाम करीब सात बजे संतोष व्यास उम्र 36 साल गांव के नजदीक स्थित बघेल के कुंआ पर पहुंचा। बताया गया यहां संतोष काफी देर अकेला बैठा रहा। कुंआ मालिक खेत में काम कर रहा था। तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई। गोली की आवाज सुनकर किसान दौड़कर आया। उसने संतोष व्यास को मौके पर खून से लथपथ देखा। इस बात की सूचना तत्काल गांव वालों को दी गई। गांव व परिवार के लोग निजी वाहन से संतोष जिला अस्पताल लेकर आए। यहां चिकित्सकों ने मृतक बता दिया। घटना की जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंच गई। वहीं, बरासो थाना पुलिस भी जिला अस्पताल व घटना स्थल पर पहुंची। रात में संतोष के शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया था। रविवार की सुबह करीब 11 बजे पोस्टमार्टम हुआ और शव अंतिम संस्कार के लिए परिवार जनों को सौंप दिया। गोली लगने के एंगल पर संशय बना जांच के दौरान देखा गया कि सिर में गोली लगने से छेद आर-पार हो गया था। दाएं ओर बड़ा व बाएं ओर छोटा दिख रहा था। इसी बात पर कुछ समय के लिए जांच अफसर संशय में पड़े कि आखिर गोली किस ओर से लगी। इस पर वीडियो कॉल पर फोरेंसिक एक्सपर्ट ने देखा। एक्सपर्ट की राय के मुताबिक गोली दाएं ओर से लगी है। चूंकि गोली कट्टे से सटाकर चलाई गई। जांच में यह बात भी सामने आई है कि कट्टे का नाल सामान्य कट्टे से बढ़ी है, इसलिए गोली चलाते समय हाथ थोड़ा हिला है। इस पूरे मामले में बरासो थाना के प्रभारी कौशलेंद्र सिंह गुर्जर का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की पड़ताल की जाएगी। राजनीति में सक्रिय था संतोष मृतक के नजदीक लोगों के मुताबिक संतोष व्यास ने शनिवार की दोपहर खेतों की जुताई के लिए कल्टीवेटर को ठीक कराकर ट्रैक्टर से अटैच किया था। दोपहर के बाद घर पर पिता के मिलने वाले लोग आ गए थे। उनके साथ समय बिताया और गांव के बाहर छोड़ने गया। संतोष, क्षेत्र व गांव में सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहता था। लोगों की मदद के लिए तत्पर रहता था।