इंदौर में सर्व धर्म सम्मेलन:विश्व को युद्ध की नहीं सह अस्तित्व, संवेदनशीलता, सहिष्णुता और समरसता की आवश्यकता- मुनि  प्रमाण सागरजी

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धर्म प्रभावना समिति के तत्वावधान एवं मुनि प्रमाणसागरजी महाराज के सान्निध्य में रविवार को रेस कोर्स रोड स्थित मोहता भवन में सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इसमें श्वेतांबर जैन संत राजेश मुनिजी, ब्राह्मण समाज संघ के योगेंद्र महंत, सनातन समाज के ज्योतिषाचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक, क्रिश्चियन समाज के फादर पायस, मुस्लिम समाज के काजी शफीक रहमान, सिख समाज के ग्रंथी ज्ञानी सज्जन सिंह, ब्रह्माकुमारी अनीता दीदी एवं आरएसएस के विचारक मुकेश मोड़ आदि ने अपने विचार रखे। सभी ने युद्ध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए युद्ध विराम और विश्व में शांति स्थापना की कामना की। प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने कहा कि आज सब तरफ विप्लवकारी प्रवृत्तियां उत्पन्न हो रही हैं और विघटनकारी शक्तियां तीसरे विश्व युद्ध की विभीषिका निर्मित करने का प्रयास कर रही हैं जो हम सबके लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि युद्ध सदैव भयानक होते हैं और उसके परिणाम विकराल होते हैं। युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। विश्व शांति के लिए आज युद्ध की नहीं सह अस्तित्व, संवेदनशीलता, सहिष्णुता और समरसता की जरूरत है। मुनि श्री ने कहा कि भारत सारे विश्व को एक परिवार की तरह देखता है। संसार में सभी प्राणी सुख शांति चाहते हैं, हम सब का दायित्व है कि हम खुद जिएं और औरों को भी जीने दें। जो तुम हो वही सब हैं, प्राणी मात्र के प्रति ऐसी सह अस्तित्व की भावना रखें तो हमारे भीतर संवेदनशीलता अपने आप विकसित हो जाएगी। संवेदना भी जागेगी तो सहिष्णुता भी स्वमेव उत्पन्न हो जाएगी एवं विश्व में प्रेम, शांति, सदभाव, अहिंसा और समरसता प्रकट होने में देर नहीं लगेगी। हम सब की भावना है कि संपूर्ण विश्व में शांति हो और युद्ध एवं हिंसा और अशांति को विराम मिले‌। प्रार्थना सभा में इंदौर विश्वविद्यालय के नए कुलगुरु डॉ. राकेश सिंघई एवं निवृत्तमान कुलगुरु डॉ. रेणु जैन, कांतिलाल बम, ब्रह्मचारी अभय भैया, डॉ. जैनेंद्र जैन, रानी अशोक डोषी, मुकेश पाटौदी, नवीन गोधा और राहुल स्पोर्ट्स आदि उपस्थित थे। प्रार्थना सभा के प्रमुख संयोजक प्रोफेसर राजीव शर्मा ने विषय का प्रतिपादन करते हुए कार्यक्रम संचालन किया ।