विजय नगर चौराहा स्थित श्री ग्वाल भैरव कालका माता मन्दिर में शारदीय नवरात्रि महोत्सव मे तृतीया दिवस पर महामाई का दरबार दक्षिण अमेरिका के उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में पाए एंथुरियम फूलों से सजाया गया। इस आयोजन में प्रसिद्ध भजन जय्यू महाराज ने अपनी प्रस्तुति से भक्तों का मन मोह लिया। इस विशेष अवसर पर बेटी बचाओ पर एक नाट्य प्रस्तुति भी आयोजित की गई, जिसने सभी के मन को छू लिया। नाटक में यह संदेश दिया गया कि बेटियां घर की शान और समाज की पहचान हैं। नाटक में प्रस्तुत कुछ पंक्तियां- “ना किसी कब्र में, न ही गर्भ में वो मेहफूज़ नहीं कहीं आज तक किसी धर्म में सफल राष्ट्र का प्राण।” नए बदलते भारत में, बदल लो अपनी सोच बेटियां बनती हैं सहारा, नहीं है कोई बोझ।” “घर में बेटियां होने पर ऐतराज है, और पूरे मोहल्ले में 9 देवियों की तलाश है। बेटी है स्वर्ग की सीढ़ी, वो पढ़ेगी तो बढ़ेगी, अगली पीढ़ी।” इस नवरात्रि महोत्सव ने न केवल श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि समाज में बेटियों के महत्व को भी उजागर किया। उत्सव के खास आकर्षण यहां प्रस्तुत हो रहे विभिन्न राज्यों के प्रमुख नृत्य हैं। यहां की प्रस्तुतियां देखने बड़ी संख्या में दर्शक आ रहे हैं।