मध्य प्रदेश के 6592 वनरक्षकों से 165 करोड़ की वसूली मामले में वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव का सकारात्मक रूख सामने आया है। मध्य प्रदेश वन एवं वन्यप्राणी संघ के भोपाल जिला अध्यक्ष नीलम सिंह ठाकुर का कहना है कि गुरुवार को मिलने पहुंचे पदाधिकारियों से श्रीवास्तव ने कहा है कि वनरक्षकों से वसूली नहीं की जाएगी। हालांकि वसूली के आदेश जारी हो चुके हैं और वनमंडल स्तर पर इसका पालन भी शुरू हो गया है। ठाकुर ने बताया कि पदाधिकारियों ने वन बल प्रमुख को बताया है कि 5680-1900 का वेतन बैंड और ग्रेड-पे वित्त और वन विभाग ने तय किया था। इसमें उनकी कोई गलती नहीं है, जो उनसे ब्याज सहित राशि की वसूली की जा रही है। पदाधिकारियों ने वित्त और वन विभाग के पुराने आदेश-निर्देश भी वन बल प्रमुख को दिखाए। ठाकुर ने बताया कि वन बल प्रमुख का कहना है कि हमने प्रदेश के सभी वनमंडलों में पदस्थ वनरक्षकों की जानकारी मांगी है। उनसे पूछा है कि 1 जनवरी 2006 से 8 सितंबर 2014 तक कितने वनरक्षक सेवा में आए और कितनों को 5680-1900 का लाभ दिया गया और कितनों को नहीं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि वन विभाग की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले वनरक्षकों को 1 जनवरी 2006 से ही यह लाभ मिले।